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*स्वतंत्रता संग्राम में भी बागेश्वर का बड़ा योगदान है।  
 
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*'''कुली-बेगार प्रथा''' के रजिस्टरों को सरयू की धारा में बहाकर यहाँ के लोगों ने अपने अंचल में [[गाँधी जी]] के [[असहयोग आन्दोलन]] का सन [[1920]] ई. में श्रीगणेश किया था।  
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*'''कुली-बेगार प्रथा''' के रजिस्टरों को सरयू की धारा में बहाकर यहाँ के लोगों ने अपने अंचल में [[गाँधी जी]] के [[असहयोग आन्दोलन]] का सन् [[1920]] ई. में श्रीगणेश किया था।  
  
 
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बागेश्वर

बागेश्वर उत्तराखंड में स्थानीय सरयू और गोमती नदी के संगम पर स्थित एक तीर्थ है।

  • यहाँ बागेश्वर नाथ की प्राचीन मूर्ति है जिसे स्थानीय जनता बाघनाथ के नाम से जानती है।
  • मकर संक्रांति के दिन यहाँ उत्तराखण्ड का सबसे बड़ा मेला लगता है।
  • स्वतंत्रता संग्राम में भी बागेश्वर का बड़ा योगदान है।
  • कुली-बेगार प्रथा के रजिस्टरों को सरयू की धारा में बहाकर यहाँ के लोगों ने अपने अंचल में गाँधी जी के असहयोग आन्दोलन का सन् 1920 ई. में श्रीगणेश किया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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