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'''अंतर्धान''' एक प्रकार का [[महाभारत|महाभारतकालीन]] [[अस्त्र शस्त्र|अस्त्र]] था, जिसके प्रयोग द्वारा [[अर्जुन]] ने स्वयं को ओझल कर लिया था।
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*किसी के सामने एकाएक कुछ क्षणों के लिए उपस्थित होना और तुरंत ही 'अंतर्धान' या अदृश्य हो जाना। जिसके आकार प्रकार, रूप [[रंग]] आदि का ठीक और पूरा भान न हो पाये।
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==टीका टिप्पणी और संदर्भ==
 
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==संबंधित लेख==
 
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12:10, 2 अक्टूबर 2012 का अवतरण

  • किसी के सामने एकाएक कुछ क्षणों के लिए उपस्थित होना और तुरंत ही 'अंतर्धान' या अदृश्य हो जाना। जिसके आकार प्रकार, रूप रंग आदि का ठीक और पूरा भान न हो पाये।
  • लाक्षणिक अर्थ में किसी बात आदि का आभास मात्र मिलना।


शब्द संदर्भ
हिन्दी अचानक आँखों से ओझल हो जाने की क्रिया या भाव। लुप्त।
-व्याकरण    पुल्लिंग
-उदाहरण   भगवान ने शिवलिंग की पूजा आदेश दिया और अंतर्धान हो गए।
-विशेष   
-विलोम   
-पर्यायवाची   
संस्कृत अंतर + धा + अङ
अन्य ग्रंथ
संबंधित शब्द
संबंधित लेख

अन्य शब्दों के अर्थ के लिए देखें शब्द संदर्भ कोश