अर्थान्तरन्यास अलंकार
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:06, 15 जुलाई 2014 का अवतरण ('जहाँ सामान्य कथन का विशेष से या विशेष कथन का सामान्य ...' के साथ नया पन्ना बनाया)
जहाँ सामान्य कथन का विशेष से या विशेष कथन का सामान्य से समर्थन किया जाए, वहाँ अर्थान्तरन्यास अलंकार होता है।[1]
- सामान्य - अधिकव्यापी, जो बहुतों पर लागू हो।
- विशेष - अल्पव्यापी, जो थोड़े पर ही लागू हो।
- उदाहरण-
जो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसंग ।
चन्दन विष व्यापत नहीं लपटे रहत भुजंग ।।
इन्हें भी देखें: अलंकार, रस एवं छन्द
|
|
|
|
|
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ हिन्दी व्याकरण (हिन्दी) हिन्दीग्रामरलर्न.कॉम। अभिगमन तिथि: 15, 2014।