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09:41, 13 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
हिन्दी | इलायची का वृक्ष, बन-रीठा, शुद्ध राग का एक भेद। |
-व्याकरण | स्त्रीलिंग |
-उदाहरण | |
-विशेष | यह दो प्रकार की होती है- 'लघु एला' और 'बहत् एला'। ये दोनों अलग-अलग वनस्पति-कुलों की हैं। लघु एला को 'छोटी इलायची' और बहत् एला को 'बड़ी इलायची' कहा जाता है। छन्द एक समवर्णिक छन्द जिसके प्रत्येक चरण में क्रमश: सगण, जगण, 2 नगण और यगण (स ज न न य) के योग से 15 वर्ण होते हैं तथा 5-10 पर यति होती है। (संगीत) शुद्ध राग का एक प्रकार। |
-विलोम | |
-पर्यायवाची | इला, त्रिपुटा, देव पुत्री, बहुला, इंद्राणी, कन्या, कांता, गोपुटा, महैला, मालेया। |
संस्कृत | इल्+अच्+टाप् |
अन्य ग्रंथ | |
संबंधित शब्द | |
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