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*हाफ्नियम का [[गलनांक]] 2230 (डिग्री सेंटीग्रेड) तथा [[क्वथनांक]] 4700 (डिग्री सेंटीग्रेड) होता है।
 
*वैज्ञानिकों काफ़ी समय से जानते हैं कि हाफ्नियम जैसे कुछ तत्वों के नाभिक या समस्थानिक उच्च लंबी अवधि तक ऊर्जा स्तर में बने रह सकते हैं।
 
*वैज्ञानिकों काफ़ी समय से जानते हैं कि हाफ्नियम जैसे कुछ तत्वों के नाभिक या समस्थानिक उच्च लंबी अवधि तक ऊर्जा स्तर में बने रह सकते हैं।
*ये गामा किरणों के विकिरण के साथ धीरे-धीरे निम्न ऊर्जा स्तर में आते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह विकिरण प्रक्रिया कृत्रिम तरीकों से तेज की जा सकती है। इसके तहत कम ऊर्जा वाली एक्स किरणों को हाफ्नियम समस्थानिक से टकराकर उसे गामा किरण विस्फोटक में बदला जा सकता है।
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*ये गामा किरणों के विकिरण के साथ धीरे-धीरे निम्न ऊर्जा स्तर में आते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह विकिरण प्रक्रिया कृत्रिम तरीकों से तेज की जा सकती है। इसके तहत कम ऊर्जा वाली एक्स किरणों को हाफ्नियम समस्थानिक से टकराकर उसे गामा किरण [[विस्फोटक]] में बदला जा सकता है।
 
*गामा किरण के रूप में निकलने वाली [[ऊर्जा]] पारंपरिक रासायनिक विस्फोटकों के मुकाबले हजारों गुना अधिक होती है।
 
*गामा किरण के रूप में निकलने वाली [[ऊर्जा]] पारंपरिक रासायनिक विस्फोटकों के मुकाबले हजारों गुना अधिक होती है।
 
*पूरी तरह आवेशित एक ग्राम हाफ्नियम [[समस्थानिक]] में 50 किलोग्राम टीएनटी से ज्यादा ऊर्जा संग्रहित की जा सकती है। इससे मिसाइल हथियारों को मौजूदा पारंपरिक हथियारों के मुकाबले ज्यादा शक्तिशाली बनाया जा सकता है।<ref>{{cite web |url=http://navbharattimes.indiatimes.com/-/--/articleshow/55683127.cms|title=परमाणु विस्फोटक|accessmonthday= 25 जून|accessyear= 2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>  
 
*पूरी तरह आवेशित एक ग्राम हाफ्नियम [[समस्थानिक]] में 50 किलोग्राम टीएनटी से ज्यादा ऊर्जा संग्रहित की जा सकती है। इससे मिसाइल हथियारों को मौजूदा पारंपरिक हथियारों के मुकाबले ज्यादा शक्तिशाली बनाया जा सकता है।<ref>{{cite web |url=http://navbharattimes.indiatimes.com/-/--/articleshow/55683127.cms|title=परमाणु विस्फोटक|accessmonthday= 25 जून|accessyear= 2013|last= |first= |authorlink= |format= |publisher= |language=हिन्दी}}</ref>  
  
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07:45, 16 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

हाफ्नियम एक रसायनिक तत्त्व है, जिसे Hf से प्रदर्शित किया जाता है। इस तत्त्व के नाभिक या समस्थानिक उच्च लम्बी अवधि तक ऊर्जा स्तर में बने रह सकते हैं।

  • हाफ्नियम का परमाणु क्रमांक 72 तथा प्रतीक Hf होता है।
  • नीदरलैण्ड के डी. कोस्टर ने इस रसायनिक तत्त्व की खोज वर्ष 1923 में की थी।
  • हाफ्नियम का गलनांक 2230 (डिग्री सेंटीग्रेड) तथा क्वथनांक 4700 (डिग्री सेंटीग्रेड) होता है।
  • वैज्ञानिकों काफ़ी समय से जानते हैं कि हाफ्नियम जैसे कुछ तत्वों के नाभिक या समस्थानिक उच्च लंबी अवधि तक ऊर्जा स्तर में बने रह सकते हैं।
  • ये गामा किरणों के विकिरण के साथ धीरे-धीरे निम्न ऊर्जा स्तर में आते हैं। वैज्ञानिकों ने पाया है कि यह विकिरण प्रक्रिया कृत्रिम तरीकों से तेज की जा सकती है। इसके तहत कम ऊर्जा वाली एक्स किरणों को हाफ्नियम समस्थानिक से टकराकर उसे गामा किरण विस्फोटक में बदला जा सकता है।
  • गामा किरण के रूप में निकलने वाली ऊर्जा पारंपरिक रासायनिक विस्फोटकों के मुकाबले हजारों गुना अधिक होती है।
  • पूरी तरह आवेशित एक ग्राम हाफ्नियम समस्थानिक में 50 किलोग्राम टीएनटी से ज्यादा ऊर्जा संग्रहित की जा सकती है। इससे मिसाइल हथियारों को मौजूदा पारंपरिक हथियारों के मुकाबले ज्यादा शक्तिशाली बनाया जा सकता है।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. परमाणु विस्फोटक (हिन्दी)। । अभिगमन तिथि: 25 जून, 2013।

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