शेंडुरुनी वन्यजीव अभयारण्य

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शेंडुरुनी वन्यजीव अभयारण्य केरल के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। शेंडुरुनी वन को सन 1984 में वन्यजीव अभयारण्य के रूप में घोषित किया गया था, जो मूल रूप से यहाँ उगने वाले एक पेड़ 'चेन्कुरिंजी' के नाम पर रखा गया था।

विस्तार

इस नम पर्णपाती मिश्रित वन के मध्य क्षेत्र में लगभग 100 वर्ग कि.मी. का एक पहाड़ी क्षेत्र है, तथा 26 वर्ग कि.मी. की एक कृत्रिम झील, जो परप्परा बाँध द्वारा शेंडुरुनी तथा कुलथुपुझा नदी के पार बनी है। शेंडुरुनी अभयारण्य का सुंदर वातावरण यहाँ आने वालों को ऊर्जा से भर देता है। कुछ पुरातात्विक खोजों में यहाँ की एक चट्टान पर प्रागैतिहासिक काल के निशान भी मिले हैं, जो मध्यपाषाण काल के माने जाते हैं।

जीव जंतु

शेंडुरुनी एक उष्णकटिबंधीय अर्ध-सदाबहार वन है। यहाँ के जीवों में पर्यटक हाथी, बाघ, तेंदुआ, गौर, सांबर, सफेद सुअर, लायन टेल्ड मकाक, नीलगिरी लंगूर, हिरण आदि को देख सकते हैं। उष्णकटिबंधीय सदावहार वन में मिलने वाले अन्य प्राणी भी यहाँ देखे जा सकते हैं।

कैसे पहुँचें

सड़क मार्ग द्वारा यह अभयारण्य कोल्लम-शेनकोट्टा रोड पर कोल्लम से 66 कि.मी. दूर है। यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन थेन्मला चेन्नई, मुम्बई, दिल्ली तथा कश्मीर से जुड़ा है। निकटतम हवाई अड्डा 'तिरुवनंतपुरम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा' है, जो 72 कि.मी. की दूरी पर है।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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