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एन. एम. जोशी

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एन. एम. जोशी
एम.एम. जोशी
पूरा नाम नारायण मल्हार जोशी
अन्य नाम एम.एम. जोशी
जन्म 5 जून, 1879
मृत्यु 30 मई, 1955
नागरिकता भारतीय
प्रसिद्धि दार्शनिक, क्रान्तिकारी विचारक
विशेष योगदान भारत में 'ट्रेड यूनियन आंदोलन' के जन्मदाता थे। इन्होंने 1920 ई. में 'अखिल भारतीय ट्रेड युनियन कांग्रेस' की स्थाना की और 1929 ई. तक उसके सचिव रहे।
अन्य जानकारी जोशी जी ने समाज सेवा में भी रुचि ली तथा महिलाओं व बच्चों हेतु कई चिकित्सालयों की स्थापना करवाई।

नारायण मल्हार जोशी (अंग्रेज़ी: Narayan Malhar Joshi, जन्म- 5 जून, 1879; मृत्यु- 30 मई, 1955 ई.) भारत में 'ट्रेड यूनियन आंदोलन' के जन्मदाता थे। उन्होंने 1920 में 'अखिल भारतीय ट्रेड युनियन कांग्रेस' की स्थाना की और 1929 तक उसके सचिव रहे। कांग्रेस में साम्यवादियों के प्रभाव के कारण उन्होंने कांग्रेस छोड़कर 'ट्रेड यूनियन परिसंघ' नामक एक नया संगठन बनाया था। वे केन्द्रीय विधानसभा, दिल्ली के निर्वाचित सदस्य भी रहे थे।

जन्म तथा योगदान

नारायण मल्हार जोशी बीसवीं सदी के प्रमुख श्रमिक नेताओं में गिने जाते थे। इनका जन्म 5 जून, 1879 ई. में हुआ था। 1909 ई. में 'भारत सेवक समाज' के सदस्य बनकर ये इससे कई वर्षों तक सम्बद्ध रहे। वे 'बॉम्बे सोशल सर्विस लीग', 'रिलीज्ड पेंशन एण्ड सोसायटी', 'लीगल एण्ड सोसायटी', 'बॉम्बे प्रेसीडेन्सी सोशल रिफॉर्म एसोसिएशन', 'इण्डियन ट्रेड यूनियन कांग्रेस' तथा 'सिविल लिबर्टीज यूनियन' आदि संस्थाओं से घनिष्ठ रूप से जुड़े रहे थे। एन.एम. जोशी का सबसे महत्त्वपूर्ण योगदान श्रमिक कल्याण के कार्यों तथा श्रमिक हितों से संघर्ष करना था।

समाज सेवा

एम.एम. जोशी 'ऑल इण्डिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस' में लम्बे समय तक नरमपंथी वर्ग का नेतृत्व करते रहे। नारायण मल्हार जोशी 1947 ई. में 'केन्द्रीय वेतन आयोग' के एक सदस्य भी रहे। उन्होंने समाज सेवा में भी रुचि ली तथा महिलाओं व बच्चों हेतु कई चिकित्सालयों की स्थापना करवाई। उन्होंने औद्योगिक प्रशिक्षण के लिए भी विद्यालयों की स्थापना करवाई थी।

देहावसान

अपने इन्हीं सब कार्यों को करते हुए और देश की सेवा में जीवन व्यतीत करने वाले इस महान् व्यक्तित्व का 1955 ई. में निधन हो गया।[1]


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. पुस्तक 'स्वतंत्रता सेनानी कोश (गाँधीयुगीन)'; पृष्ठ सं 83; खण्ड 3; गीतांजलि प्रकाशन, जयपुर

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