कतरनी की तरह ज़बान चलना

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

कतरनी की तरह ज़बान चलना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- बिना अवसर - अनवसर देखे अथवा बिना छोटे- बड़े का लिहाज़ किए, जो मन में उल्टा-सीधा आए बक देना।


प्रयोग- कल की छोकरी, गज़ भर लंबी ज़बान और वह भी कतरनी की तरह चलनेवाली।


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र