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*'कमल महल' और 'चित्रागनी महल' के रूप में भी जाना जाने वाला दो मंजिला कमल महल महिराब से अलंकृत है।
 
*'कमल महल' और 'चित्रागनी महल' के रूप में भी जाना जाने वाला दो मंजिला कमल महल महिराब से अलंकृत है।
*महारानियाँ तथा राज्य परिवारों की सखियाँ जनानखाना में मिला करती थीं और कमल महल में चल रही कार्यवाही का आनंद लेती थीं।
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*महारानियाँ तथा राज्य परिवारों की सखियाँ जनानखाना में मिला करती थीं और कमल महल में चल रही कार्रवाई का आनंद लेती थीं।
 
*प्राचीन काल में यह महल महारानियों के लिए ग्रीष्म कालीन महल के रूप में कार्य करता था।
 
*प्राचीन काल में यह महल महारानियों के लिए ग्रीष्म कालीन महल के रूप में कार्य करता था।
 
*कमल महल उन लोकप्रिय इमारतों में से है, जिसने इस क्षेत्र पर हुए कब्जों के बाद भी अपनी चमक नहीं खोई। हालांकि इसकी बाहरी सतह तथा हस्तलेखों पर बरबादी के कुछ निशान पाए जा सकते हैं।
 
*कमल महल उन लोकप्रिय इमारतों में से है, जिसने इस क्षेत्र पर हुए कब्जों के बाद भी अपनी चमक नहीं खोई। हालांकि इसकी बाहरी सतह तथा हस्तलेखों पर बरबादी के कुछ निशान पाए जा सकते हैं।

09:06, 10 फ़रवरी 2021 के समय का अवतरण

कमल महल, हम्पी
'कमल महल', हम्पी
विवरण 'कमल महल' हम्पी के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थानों में से एक है। यह 'हज़ारा राम मन्दिर' के समीप ही स्थित है।
नगर हम्पी
राज्य कर्नाटक
नामकरण इस महल का नाम 'कमल महल' इसलिए रखा गया, क्योंकि इसकी मेहराबदार राह कमल के फूल की पंखुड़ियों की तरह बनी है।
संबंधित लेख हम्पी, विजयनगर साम्राज्य, कृष्णदेव राय
अन्य जानकारी महारानियाँ तथा राज्य परिवारों की सखियाँ 'जनानख़ाना' में मिला करती थीं और कमल महल में चल रही कार्रवाई का आनंद लेती थीं।

कमल महल हम्पी, कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। कमल के आकार का यह दो मंजिला महल और इसका मुंडेर महल पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। कमल महल 'हज़ारा राम मन्दिर' के समीप ही स्थित है।

  • यह महल इन्डो-इस्लामिक शैली का मिश्रित रूप है।
  • कहा जाता है कि रानी के महल के आसपास रहने वाली राजकीय परिवारों की महिलाएँ आमोद-प्रमोद के लिए यहाँ आती थीं।
  • कमल महल के मेहराब बहुत ही आकर्षक हैं, जिससे इसकी सुंदरता और भी बढ़ जाती है।
  • अपनी भारतीय-इस्लामी स्थापत्य शैली के लिए यह जाना जाता है। इस महल का नाम 'कमल महल' इसलिए रखा गया, क्योंकि इसकी मेहराबदार राह कमल के फूल की पंखुड़ियों की तरह बनी है।
  • 'कमल महल' और 'चित्रागनी महल' के रूप में भी जाना जाने वाला दो मंजिला कमल महल महिराब से अलंकृत है।
  • महारानियाँ तथा राज्य परिवारों की सखियाँ जनानखाना में मिला करती थीं और कमल महल में चल रही कार्रवाई का आनंद लेती थीं।
  • प्राचीन काल में यह महल महारानियों के लिए ग्रीष्म कालीन महल के रूप में कार्य करता था।
  • कमल महल उन लोकप्रिय इमारतों में से है, जिसने इस क्षेत्र पर हुए कब्जों के बाद भी अपनी चमक नहीं खोई। हालांकि इसकी बाहरी सतह तथा हस्तलेखों पर बरबादी के कुछ निशान पाए जा सकते हैं।
  • हम्पी की बहुत-सी ऐतिहासिक संरचनाओं की तरह 'कमल महल' को भी ईंटों तथा चूने से बनाया गया है।


इन्हें भी देखें: विट्ठलस्वामी मन्दिर, हम्पी, विरुपाक्ष मन्दिर एवं हज़ार राम मन्दिर, हम्पी


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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