एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

कवि का हृदय सूना -दिनेश सिंह

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
Dinesh Singh (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:06, 6 अप्रैल 2014 का अवतरण ('<!-- सबसे पहले इस पन्ने को संजोएँ (सेव करें) जिससे आपको य...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

कवि का हृदय सूना -दिनेश सिंह

चित्र:कवि का हृदय सूना -दिनेश सिंह
कवि का हृदय सूना -दिनेश सिंह लिंक पर क्लिक करके चित्र अपलोड करें
Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"
Icon-edit.gif यह लेख स्वतंत्र लेखन श्रेणी का लेख है। इस लेख में प्रयुक्त सामग्री, जैसे कि तथ्य, आँकड़े, विचार, चित्र आदि का, संपूर्ण उत्तरदायित्व इस लेख के लेखक/लेखकों का है भारतकोश का नहीं।

चाँद संग है चांदनी
धरा भी है स्वरमयी
विपिन संग है खग दल का कलरव
पर्वतों संग झरनो का स्वर
सकल जग है स्वरमयी
नहीं रिक्त है कोई भी कोना
किन्तु कवि का ह्रदय सूना

सागर संग नदियों के धारे
लहरों के संग है किनारे
शोर कर बहती पवन को
छितिज पर मिलता ठिकाना
किन्तु कवि का ह्रदय सूना

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख