"काशगर" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंक्ति 13: | पंक्ति 13: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
− | {{विदेशी स्थान | + | {{विदेशी स्थान}} |
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
[[Category:बौद्ध धर्म]] | [[Category:बौद्ध धर्म]] | ||
[[Category:विदेशी नगर]] | [[Category:विदेशी नगर]] | ||
− | [[Category:स्थान]] | + | [[Category:विदेशी स्थान]] |
__INDEX__ | __INDEX__ |
13:35, 14 नवम्बर 2011 का अवतरण
काशगर मध्य तुर्कीस्तान का एक राज्य है, जो पहले चीन के नियंत्रण में था। काशगर लम्बे अरसे से 'रेशम मार्ग की मोती' के नाम से मशहूर रहा है। यह पहले चीन का एक नामी प्राचीन शहर था।
- कुषाण सम्राट कनिष्क (लगभग 120-44 ई.) ने 'काशगर' को अपने अधीन कर लिया था।
- चीनी यात्री ह्वेनसांग के यात्रा विवरण से प्रकट होता है कि, सातवीं शताब्दी में काशगर में बौद्ध धर्म का व्यापक प्रभाव था।
- पुरातात्विक अनुसन्धानों से प्रकट हुआ है कि, इस क्षेत्र में भारतीय संस्कृति का प्रचार-प्रसार विशेष रूप से था।
- काशगर में पर्यटन के संसाधन प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं।
- वहाँ का प्राकृतिक सौंदर्य बहुत मोहक है, ख़ासकर रेगिस्तान का दौरा, हिमनदी पर अन्वेक्षण तथा पहाड़ों पर सैर विभिन्न देशों के पर्यटकों की पहली पसंद है।
- यहाँ पर बड़ी संख्या में मानवी और सांस्कृतिक निर्माण देखने को मिलते हैं।
|
|
|
|
|