"कोंगानिवर्मन" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
गोविन्द राम (चर्चा | योगदान) छो (श्रेणी:नया पन्ना; Adding category Category:गंग वंश (को हटा दिया गया हैं।)) |
|||
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 1: | पंक्ति 1: | ||
*'''कोंगानिवर्मन''' 'पश्चिमी गंग वंश' का प्रथम शासक था। | *'''कोंगानिवर्मन''' 'पश्चिमी गंग वंश' का प्रथम शासक था। | ||
+ | *इसका शासनकाल लगभग 350 से 370 ई. तक माना जाता है। | ||
*उसने अपने बृहद विजय अभियानों से एक बड़े राज्य की स्थापना की थी। | *उसने अपने बृहद विजय अभियानों से एक बड़े राज्य की स्थापना की थी। | ||
*कोंगानिवर्मन के उत्तराधिकारियों [[माधव (गंग वंश)|माधव]] और [[हरिवर्मन]] ने भी [[गंग वंश]] की शक्ति को बनाये रखा। | *कोंगानिवर्मन के उत्तराधिकारियों [[माधव (गंग वंश)|माधव]] और [[हरिवर्मन]] ने भी [[गंग वंश]] की शक्ति को बनाये रखा। | ||
पंक्ति 9: | पंक्ति 10: | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
− | |||
[[Category:इतिहास कोश]] | [[Category:इतिहास कोश]] | ||
+ | [[Category:गंग वंश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:32, 13 नवम्बर 2011 के समय का अवतरण
- कोंगानिवर्मन 'पश्चिमी गंग वंश' का प्रथम शासक था।
- इसका शासनकाल लगभग 350 से 370 ई. तक माना जाता है।
- उसने अपने बृहद विजय अभियानों से एक बड़े राज्य की स्थापना की थी।
- कोंगानिवर्मन के उत्तराधिकारियों माधव और हरिवर्मन ने भी गंग वंश की शक्ति को बनाये रखा।
- इन्होंने पल्लवों, चालुक्यों और कंदबों के साथ वैवाहिक और सैनिक समझौतों से अपने प्रभाव क्षेत्रों में वृद्धि की।
|
|
|
|
|