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'''चटगांव''' अथवा 'चाटगांव' पूर्व [[बंगाल]], [[पाकिस्तान]] में स्थित है। एक स्थानीय किंवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि इस नगर का प्राचीन नाम 'टिस्टागौंग' था, जो कालांतर में बिगड़कर 'चिट्टागौंग' या 'चटगांव' हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=326|url=}}</ref>
 
'''चटगांव''' अथवा 'चाटगांव' पूर्व [[बंगाल]], [[पाकिस्तान]] में स्थित है। एक स्थानीय किंवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि इस नगर का प्राचीन नाम 'टिस्टागौंग' था, जो कालांतर में बिगड़कर 'चिट्टागौंग' या 'चटगांव' हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=ऐतिहासिक स्थानावली|लेखक=विजयेन्द्र कुमार माथुर|अनुवादक= |आलोचक= |प्रकाशक=राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर|संकलन= |संपादन= |पृष्ठ संख्या=326|url=}}</ref>
  
*यह माना जाता है कि [[बर्मा]] के [[बौद्ध]] राजा ने जब इस स्थान को जीता तो उसने 'टिस्टागौंग' शब्द कहे थे, जिनका अर्थ है- "लड़ाई करना बुरा है।"
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*यह माना जाता है कि बर्मा (वर्तमान [[म्यांमार]]) के [[बौद्ध]] राजा ने जब इस स्थान को जीता तो उसने 'टिस्टागौंग' शब्द कहे थे, जिनका अर्थ है- "लड़ाई करना बुरा है।"
 
*चटगांव में पुराना बंदरगाह तो है ही, इसके साथ-साथ कई प्राचीन मंदिर व मसजिदें भी हैं।
 
*चटगांव में पुराना बंदरगाह तो है ही, इसके साथ-साथ कई प्राचीन मंदिर व मसजिदें भी हैं।
  

08:20, 22 जनवरी 2013 के समय का अवतरण

चटगांव अथवा 'चाटगांव' पूर्व बंगाल, पाकिस्तान में स्थित है। एक स्थानीय किंवदंती के अनुसार यह माना जाता है कि इस नगर का प्राचीन नाम 'टिस्टागौंग' था, जो कालांतर में बिगड़कर 'चिट्टागौंग' या 'चटगांव' हो गया।[1]

  • यह माना जाता है कि बर्मा (वर्तमान म्यांमार) के बौद्ध राजा ने जब इस स्थान को जीता तो उसने 'टिस्टागौंग' शब्द कहे थे, जिनका अर्थ है- "लड़ाई करना बुरा है।"
  • चटगांव में पुराना बंदरगाह तो है ही, इसके साथ-साथ कई प्राचीन मंदिर व मसजिदें भी हैं।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 326 |

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