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चेन्नई का मरीना बीच विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बीच है। यह शहर शिष्टाचार, सौम्यता और सभ्यता का प्रतीक है। अनेक मंदिर, क़िले, चर्च, पार्क, बीच, मस्जिद इस शहर की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। इसे दक्षिण का '''गेटवे''' कहा जाता है। यह शहर दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री का हब भी है। चेन्नई ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित प्रथम बंदोबस्त का शहर था।  
 
चेन्नई का मरीना बीच विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बीच है। यह शहर शिष्टाचार, सौम्यता और सभ्यता का प्रतीक है। अनेक मंदिर, क़िले, चर्च, पार्क, बीच, मस्जिद इस शहर की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। इसे दक्षिण का '''गेटवे''' कहा जाता है। यह शहर दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री का हब भी है। चेन्नई ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित प्रथम बंदोबस्त का शहर था।  
 
==इतिहास==
 
==इतिहास==
मद्रास का विकास बिना किसी योजना के 17वीं शताब्दी के भारतीय आवासों और क़िले के चारों ओर हुआ। इसके उत्तर तथा पश्चिमोत्तर में औद्योगिक क्षेत्र हैं। मुख्य आवासीय क्षेत्र पश्चिम तथा दक्षिण में और पुराने गाँव मध्य भाग में हैं। द्रविड़ शैली में बने सात बड़े मन्दिर शहर के सबसे विशिष्ट भवन हैं। जो जार्ज टाउन, मायलापोर और ट्रिप्लीकेन में स्थित हैं। 19वीं शताब्दी में यह शहर मद्रास प्रेज़ीडेन्सी के नाम से जाना गया। यह शहर ब्रिटिश साम्राज्य का दक्षिणी मंडल था। आजादी के बाद मद्रास को तमिलनाडु की राजधानी बना दिया गया। हाल ही में इसका नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया। ब्रिटिश काल की इमारतों में, चेपक पैलेस, यूनिवर्सिटी सीनेट हाउस<ref>दोनों दक्कन मुस्लिम शैली में</ref>, विक्टोरिया टेक्निकल इंस्टिट्यूट और उच्च न्यायालय भवन<ref>दोनों भारतीय मुस्लिम शैली में</ref> सबसे आकर्षण माने जाते हैं। कई आधुनिक ऊँची इमारतें भी बन गई हैं।  
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मद्रास का विकास बिना किसी योजना के 17वीं शताब्दी के भारतीय आवासों और क़िले के चारों ओर हुआ। इसके उत्तर तथा पश्चिमोत्तर में औद्योगिक क्षेत्र हैं। मुख्य आवासीय क्षेत्र पश्चिम तथा दक्षिण में और पुराने गाँव मध्य भाग में हैं। द्रविड़ शैली में बने सात बड़े मन्दिर शहर के सबसे विशिष्ट भवन हैं। जो जार्ज टाउन, मायलापोर और ट्रिप्लीकेन में स्थित हैं। 19वीं शताब्दी में यह शहर मद्रास प्रेज़ीडेन्सी के नाम से जाना गया। यह शहर ब्रिटिश साम्राज्य का दक्षिणी मंडल था। आज़ादी के बाद मद्रास को तमिलनाडु की राजधानी बना दिया गया। हाल ही में इसका नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया। ब्रिटिश काल की इमारतों में, चेपक पैलेस, यूनिवर्सिटी सीनेट हाउस<ref>दोनों दक्कन मुस्लिम शैली में</ref>, विक्टोरिया टेक्निकल इंस्टिट्यूट और उच्च न्यायालय भवन<ref>दोनों भारतीय मुस्लिम शैली में</ref> सबसे आकर्षण माने जाते हैं। कई आधुनिक ऊँची इमारतें भी बन गई हैं।  
 
==उद्योग और व्यापार==
 
==उद्योग और व्यापार==
 
यह शहर दक्षिण भारत की व्यावसायिक गतिविधियों का केन्द्र है। चेन्नई के उद्योगों में वाहन उद्योग, एक विद्युत अभियांत्रिकी कारख़ाना, रबर व उर्वरक कारख़ाने और एक तेल शोधन कारख़ाना शामिल है। चमड़ा, लौह अयस्क और सूती वस्त्र चेन्नई से निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुएँ हैं। गेंहूँ, मशीनें, लोहा तथा इस्पात और कपास का आयात किया जाता है।  
 
यह शहर दक्षिण भारत की व्यावसायिक गतिविधियों का केन्द्र है। चेन्नई के उद्योगों में वाहन उद्योग, एक विद्युत अभियांत्रिकी कारख़ाना, रबर व उर्वरक कारख़ाने और एक तेल शोधन कारख़ाना शामिल है। चमड़ा, लौह अयस्क और सूती वस्त्र चेन्नई से निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुएँ हैं। गेंहूँ, मशीनें, लोहा तथा इस्पात और कपास का आयात किया जाता है।  

13:21, 9 फ़रवरी 2011 का अवतरण

चेन्नई
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विवरण चेन्नई शहर (भूतपूर्व मद्रास), तमिलनाडु राज्य की राजधानी, दक्षिणी भारत, बंगाल की खाड़ी के कोरोमण्डल तट पर स्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के चार महानगरों में से एक है।
राज्य तमिलनाडु
ज़िला चेन्नई ज़िला
स्थापना 17वीं शताब्दी
भौगोलिक स्थिति उत्तर- 13.04°, पूर्व- 80.17°
मार्ग स्थिति यह शहर सड़क द्वारा महाबलीपुरम से 60.7 किलोमीटर, वेल्लोर से 113 किलोमीटर, कन्याकुमारी से 699 किलोमीटर, दिल्ली से 2,141 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।
कब जाएँ नवम्बर से फ़रवरी
कैसे पहुँचें जलयान, हवाई जहाज़, रेल, बस आदि से पहुँचा जा सकता है।
हवाई अड्डा चेन्नई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
रेलवे स्टेशन चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन, चेन्नई एगमोर रेलवे स्टेशन
बस अड्डा मेट्रोपॉलिटन ट्रांस्पोर्ट कार्पोरेशन, चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनस
यातायात साइकिल-रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, मीटर-टैक्सी, सिटी बस और मेट्रो रेल
क्या देखें चेन्नई पर्यटन
कहाँ ठहरें होटल, धर्मशाला, अतिथि ग्रह
क्या खायें इडली, सांभर और डोसा
क्या ख़रीदें साड़ियाँ, शिल्प की ख़रीददारी और समकालीन कला के लिए रामास्वामी रोड पर स्थित सी.पी. जा सकते हैं।
एस.टी.डी. कोड 044
ए.टी.एम लगभग सभी
Map-icon.gif गूगल मानचित्र, चेन्नई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
अद्यतन‎
चेन्नई चेन्नई पर्यटन चेन्नई ज़िला

चेन्नई शहर (भूतपूर्व मद्रास), तमिलनाडु राज्य की राजधानी, दक्षिणी भारत, बंगाल की खाड़ी के कोरोमण्डल तट पर स्थित है। तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई भारत के चार महानगरों में से एक है। समुद्र किनारे बसे इस शहर में बंदरगाह भी है और इसे पहले मद्रास के नाम से जाना जाता था। मद्रास मछुआरे के गाँव मद्रासपटनम का छोटा रूप था। जहाँ ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी ने 1639-40 में एक क़िले और व्यापारिक चौकी का निर्माण किया था। उस समय सूती कपड़े की बुनाई एक स्थानीय उद्योग था और अंग्रेज़ों ने बुनकरों तथा स्थानीय व्यापारियों को क़िले के आसपास बसने के लिए बुलाया। 1652 तक फ़ोर्ट सेंट जार्ज फ़ैक्ट्री को प्रेज़िडेंसी[1] की प्रतिष्ठा मिल गई और 1668 और 1749 के बीच कम्पनी ने अपने नियंत्रण का विस्तार किया। 1801 के लगभग अन्तिम स्थानीय शासक से उसकी शक्तियाँ छीन ली गईं और अंग्रेज़ दक्षिण भारत के स्वामी बन गए। तब मद्रास उनकी प्रशासकीय तथा व्यापारिक राजधानी बन गया।

कपालेश्वर मंदिर, चेन्नई
Kapaleeswarar Temple, Chennai

चेन्नई का मरीना बीच विश्व का दूसरा सबसे बड़ा बीच है। यह शहर शिष्टाचार, सौम्यता और सभ्यता का प्रतीक है। अनेक मंदिर, क़िले, चर्च, पार्क, बीच, मस्जिद इस शहर की ख़ूबसूरती में चार चाँद लगाते हैं। इसे दक्षिण का गेटवे कहा जाता है। यह शहर दक्षिण की फिल्म इंडस्ट्री का हब भी है। चेन्नई ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा स्थापित प्रथम बंदोबस्त का शहर था।

इतिहास

मद्रास का विकास बिना किसी योजना के 17वीं शताब्दी के भारतीय आवासों और क़िले के चारों ओर हुआ। इसके उत्तर तथा पश्चिमोत्तर में औद्योगिक क्षेत्र हैं। मुख्य आवासीय क्षेत्र पश्चिम तथा दक्षिण में और पुराने गाँव मध्य भाग में हैं। द्रविड़ शैली में बने सात बड़े मन्दिर शहर के सबसे विशिष्ट भवन हैं। जो जार्ज टाउन, मायलापोर और ट्रिप्लीकेन में स्थित हैं। 19वीं शताब्दी में यह शहर मद्रास प्रेज़ीडेन्सी के नाम से जाना गया। यह शहर ब्रिटिश साम्राज्य का दक्षिणी मंडल था। आज़ादी के बाद मद्रास को तमिलनाडु की राजधानी बना दिया गया। हाल ही में इसका नाम बदलकर चेन्नई रख दिया गया। ब्रिटिश काल की इमारतों में, चेपक पैलेस, यूनिवर्सिटी सीनेट हाउस[2], विक्टोरिया टेक्निकल इंस्टिट्यूट और उच्च न्यायालय भवन[3] सबसे आकर्षण माने जाते हैं। कई आधुनिक ऊँची इमारतें भी बन गई हैं।

उद्योग और व्यापार

यह शहर दक्षिण भारत की व्यावसायिक गतिविधियों का केन्द्र है। चेन्नई के उद्योगों में वाहन उद्योग, एक विद्युत अभियांत्रिकी कारख़ाना, रबर व उर्वरक कारख़ाने और एक तेल शोधन कारख़ाना शामिल है। चमड़ा, लौह अयस्क और सूती वस्त्र चेन्नई से निर्यात की जाने वाली मुख्य वस्तुएँ हैं। गेंहूँ, मशीनें, लोहा तथा इस्पात और कपास का आयात किया जाता है।

यातायात और परिवहन

चेन्नई जाने के लिए पर्यटक अपनी सुविधा के अनुसार रेल, वायु या सड़क मार्ग द्वारा जा सकते हैं। चेन्नई अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा भारत का तीसरा व्यस्ततम विमानक्षेत्र है।

हवाई मार्ग

चेन्नई में अन्ना अर्न्‍तराष्‍ट्रीय हवाईअड्डा है। यह देश और विदेश से सीधी हवाई सेवा द्वारा जुड़ा हुआ है। यह वायु मार्ग द्वारा बंगलोर, कोलकाता, मुम्बई, दिल्ली, हैदराबाद आदि देश के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है।

मद्रास विश्वविद्यालय, चेन्नई
University Of Madras, Chennai
रेल मार्ग

चेन्नई में तीन रेलवे स्टेशन स्थित हैं। सेन्ट्रल, एगमोर और तम्बारम के रेलवे स्टेशन। यह रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों और राज्यों से जुड़े हुए हैं। चेन्नई देश के अन्य भागों से रेल द्वारा भी भली-भांति जुड़ा हुआ है। यहाँ से पाँच मुख्य राष्ट्रीय राजमार्ग शहर को मुंबई, कोलकाता, तिरुचिरापल्ली, तिरुवल्लुर, तिंडिवनम और पुदुचेरी को जोड़ते हैं।

सड़क मार्ग

चेन्नई मोफस्सिल बस टर्मिनस, चेन्नई से सभी अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं का अड्डा है। यह एशिया का सबसे बड़ा बस-अड्डा है। चेन्नई राष्ट्रीय राजमार्ग 4 से बैंगलोर से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग 5 हैदराबाद और पूर्वी तटीय रोड पांडिचेरी से जुड़ा है। इसके अलावा अन्‍य पड़ोसी राज्‍यों से भी यहाँ बस द्वारा आ सकते हैं।

बंदरगाह

चेन्नई शहर में दो प्रधान सागरपत्तन (बंदरगाह) हैं, चेन्नई पोर्ट जो सबसे बडे कृत्रिम बंदरगाहों में एक है, तथा एन्नोर पोर्ट। चेन्नई पोर्ट बंगाल की खाड़ी में सबसे बड़ा बंदरगाह और भारत का दूसरा सबसे बड़ा सागरीय-व्यापार केन्द्र है, जहाँ ऑटोमोबाइल, मोटरसाइकिल, सामान्य औद्योगिक माल और अन्य थोक खनिज की आवाजाही होती है।

शिक्षण संस्थान

चेन्नई एगमोर, चेन्नई
Chennai Egmore, Chennai

चेन्नई में अनेक शिक्षण संस्थाएँ हैं। राज्य चिकित्सा महाविद्यालयों, अभियांत्रिकी एवं तकनीकी महाविद्यालयों, कॉलेज आफ़ कर्नाटिक म्यज़िक, कॉलेज आफ़ आटर्स एण्ड क्राफ़्ट्स और शिक्षक–प्रशिक्षण महाविद्यालयों में व्यावसायिक शिक्षा प्राप्त की जा सकती है। मद्रास विश्वविद्यालय, 1857 भी इसी शहर में स्थित है। जिसमें कई आधुनिक शोध केन्द्र हैं। यहाँ पर इंडियन इंस्टिट्यूट आफ़ टेक्नोलाजी, सेन्ट्रल लेदर रिसर्च इंस्टिट्यूट और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसन्धान परिषद की क्षेत्रीय प्रयोगशालाएँ आदि अनेक उल्लेखनीय वैज्ञानिक संस्थाएँ हैं। कृषि विकास के क्षेत्र में एम. एस. स्वामीनाथन रिसर्च फ़ाउडेशन एक अग्रणी संस्थान है।

नृत्य और संगीत संस्थान

सांस्कृतिक संस्थाओं में मद्रास संगीत अकादमी शामिल है, जो कर्नाटक संगीत[4] को प्रोत्साहन देने के लिए समर्पित है। कलाक्षेत्र नृत्य और संगीत का केन्द्र है तथा मायलापोर स्थित रसिक रंजिनी सभा रंगमंचीय कलाओं को प्रोत्साहन देती है। एक उपनगरीय क्षेत्र, कोडमबक्कम, अपने कई फ़िल्म स्टूडियो के कारण दक्षिणी भारत का हालीवुड कहलाता है। तीन रंगशालाएँ–

  • चिल्ड्रन्स थिएटर,
  • अन्नामलाई मनरम और
  • 'म्यूज़ियम थिएटर' प्रसिद्ध हैं।

जनसंख्या

2001 की गणना के अनुसार चेन्नई की जनसंख्या 42,16,268 है।

पर्यटन

भारत के चारों मैट्रो शहरों में से एक यह शहर सबसे छोटा ज़रूर है लेकिन पर्यटन के लिहाज से किसी से कम नहीं है। चेन्नई में अनेक ऐसे दर्शनीय स्थल हैं जो पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

संग्रहालय

नेशनल आर्ट गैलरी, चेन्नई
National Art Gallery, Chennai

मद्रास शासकीय संग्रहालय में इतिहास और तमिलनाडु के भौतिक पक्षों का प्रदर्शन किया गया है। 'फ़ोर्ट म्यूज़ियम' में ईस्ट इंडिया कम्पनी की पुरानी वस्तुओं का लघु संग्रह है तथा नेशनल आर्ट गैलरी में चित्रों का संग्रह है।

ख़रीददारी

चेन्नई में साड़ियाँ बहुत अच्छी मिलती हैं। चेन्नई का मशहूर पजहई नल्ली चिन्नास्वामी चेट्टी स्थान साड़ियों के प्रसिद्ध है। चेन्नई में मेलापुर की सन्नाधि गली में सौ साल पुराना राधा सिल्क हाउस है। टी.नगर के उत्तरी उसमान रोड पर स्थित तरूनी लोक सिल्क भी साड़ियों की ख़रीददारी के लिए महत्त्वपूर्ण स्थान है। यहाँ से साड़ियों के अतिरिक्त पुरूषों के कुरते और फोक्स की ज्वैलरी भी ख़रीदी जा सकती है। टी.नगर को दुल्हनों का स्वर्ग कहा जाता है। शिल्प की ख़रीददारी और समकालीन कला के लिए रामास्वामी रोड पर स्थित सी.पी. जा सकते हैं। के. बी. दासन रोड पर स्थित विनायग तंजौर चित्रकला दीर्घा पेंटिग्स के लिए अच्छी जगह है। ममलापुरम में पत्थरों पर बनी मूर्तियाँ मिलती हैं। इनके अलावा चेन्नई में अनेक ऐसी चीजें मिल जाएंगी जिन्हें पर्यटक ख़रीदे बिना नहीं रह सकते हैं।

खानपान

चेन्नई में हर प्रकार के भोजन उपलब्ध हैं। चेन्नई में विशेषकर दक्षिण भारतीय व्यंजन इडली, सांभर और डोसा अधिक मिलता है। चेन्नई में आनंद भवन दक्षिण भारतीय भोजन के लिए प्रसिद्ध है। इसके अलावा चेन्नई में लेबेनीस, कोरियन, चाइनीज, जापानी, मैक्सिकन, इटालियन और थाई भोजन विभिन्न होटलों में उपलब्ध है। चेन्नई में मिठाईयों के लिए श्री कृष्णा स्वीट्स बहुत लोकप्रिय है। चेन्नई में मीठी रसीली जानग्री टी नगर की इलूर लाइब्रेरी के समीप मिलती है। यह बहुत स्वादिष्ट होती है।

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. अध्यक्ष द्वारा शासित एक प्रशासकीय इकाई
  2. दोनों दक्कन मुस्लिम शैली में
  3. दोनों भारतीय मुस्लिम शैली में
  4. बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी कोरोमण्डल तट और दक्कन के पठार के बीच स्थित क्षेत्र का प्रसिद्ध संगीत


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