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([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Metal) सामान्यतः धातुये [[विद्युत]] की सुचालक होती है, तथा [[अम्ल|अम्लों]] से क्रिया करके [[हाइड्रोजन]] [[गैस]] विस्थापित करती है। साधारण अवस्था में पाया गेलियम व सीजियम को छोड़कर सभी धातुयें [[ठोस]] अवस्था में पायी जाती हैं। धातुओं में, तन्यता, उच्च [[ऊष्मा]] चालकता, आधातवर्धनीयता, उच्च [[वैधुत]] चालकता उच्च तनन क्षमता, सुपट्यता आदि गुण पाये जाते हैं। धातुएं कठोर होती हैं तथा उनमें धातुई चमक पायी जाती है। पारा ऐसा धातु है जो [[द्रव]] की अवस्था में रहता है।
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([[अंग्रेज़ी भाषा|अंग्रेज़ी]]:Metal) सामान्यतः धातुये [[विद्युत]] की सुचालक होती है, तथा [[अम्ल|अम्लों]] से क्रिया करके [[हाइड्रोजन]] [[गैस]] विस्थापित करती है। साधारण अवस्था में पाया गेलियम व सीजियम को छोड़कर सभी धातुयें [[ठोस]] अवस्था में पायी जाती हैं। धातुओं में, तन्यता, उच्च [[ऊष्मा]] चालकता, आधातवर्धनीयता, उच्च [[वैद्युत]] चालकता उच्च तनन क्षमता, सुपट्यता आदि गुण पाये जाते हैं। धातुएं कठोर होती हैं तथा उनमें धातुई चमक पायी जाती है। पारा ऐसा धातु है जो [[द्रव]] की अवस्था में रहता है।
 
*[[अधातु]]
 
*[[अधातु]]
 
*[[उपधातु]]
 
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12:27, 17 सितम्बर 2010 का अवतरण

(अंग्रेज़ी:Metal) सामान्यतः धातुये विद्युत की सुचालक होती है, तथा अम्लों से क्रिया करके हाइड्रोजन गैस विस्थापित करती है। साधारण अवस्था में पाया गेलियम व सीजियम को छोड़कर सभी धातुयें ठोस अवस्था में पायी जाती हैं। धातुओं में, तन्यता, उच्च ऊष्मा चालकता, आधातवर्धनीयता, उच्च वैद्युत चालकता उच्च तनन क्षमता, सुपट्यता आदि गुण पाये जाते हैं। धातुएं कठोर होती हैं तथा उनमें धातुई चमक पायी जाती है। पारा ऐसा धातु है जो द्रव की अवस्था में रहता है।


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