नागभट्ट प्रथम
इस वंश का प्रथम ऐतिहासिक पुरुष हरिशचन्द्र था, जिसकी दो पत्नियां थी। ब्राह्मण और क्षत्रिय। माना जाता है कि ब्राह्मण पत्नी से उत्पन्न पुत्र माला पर शासन कर रहा था तथा क्षत्रीय पत्नी से उत्पन्न पुत्र जोधपुर पर शासन कर रहा था। किन्तु इव वंश का वास्तविक महत्वपूर्ण राजा नागभट्ट प्रथम था। उसके विषय में ग्वालियर अभिलेख से जानकारी मिलती है जिसके अनुसर उसने अरबों को सिध से आगे नही बढ़ने दिया। इसी अभिलेख में बताया गया है कि वह नारायण रूप मेे लोगों की रक्षा के लिए उपस्थित हुआ था। तथा उसे मलेच्छों का नाशक बताया गया है।
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टीका टिप्पणी और संदर्भ