पार्थिया

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  • बैक्ट्रिया के पश्चिम और कैस्पियन सागर के दक्षिण पूर्व में पार्थिया का प्रदेश था, जिसके निवासी जातीय दृष्टि से ग्रीक लोगों से सर्वथा भिन्न थे।
  • सीरियन साम्राज्य की निर्बलता से लाभ उठाकर उन्होंने विद्रोह कर दिया और 248 ई. पू. के लगभग स्वतंत्र पार्थियन राज्य की स्थापना हुई।
  • पार्थियन लोगों के इस विद्रोह के नेता अरसक और तिरिदात नामक दो भाई थे।
  • इन भाइयों ने धीरे—धीरे पार्थियन राज्य की शक्ति को बहुत बढ़ा लिया, और कुछ समय बाद सम्पूर्ण ईरान उनकी अधीनता में आ गया।

 



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टीका टिप्पणी और संदर्भ