"प्रयोग:दीपिका4" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
पंक्ति 121: | पंक्ति 121: | ||
-[[20 सितम्बर]] | -[[20 सितम्बर]] | ||
-[[14 नवम्बर]] | -[[14 नवम्बर]] | ||
+ | |||
+ | {निम्न में से किन दो दुर्गों का नाम तारागढ़ है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-172 प्रश्न-63 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[अजमेर]], [[कोटा]] | ||
+ | +[[अजमेर]], [[बूँदी]] | ||
+ | -अजमेर, [[अलवर]] | ||
+ | -अजमेर, [[बीकानेर]] | ||
+ | |||
+ | {रानी रंग देवी सम्बन्धित थी- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-107 प्रश्न-36 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[जैसलमेर]] | ||
+ | -[[बीकानेर]] | ||
+ | -[[अजमेर]] | ||
+ | +[[रणथम्भौर]] | ||
+ | |||
+ | {राठौड़ वंश का प्रथम प्रतापी शासक था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-167 प्रश्न-183 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +राव चूड़ा | ||
+ | -राव रणमल | ||
+ | -मोकल | ||
+ | -[[भारमल|राजा भारमल]] | ||
+ | |||
+ | {[[औरंगजेब]] की कैद से [[दुर्गादास|वीर दुर्गादास]] ने किसे सपेरे का रूप धारणा कर मुक्त कराया था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-172 प्रश्न-264 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +[[अजीत सिंह|अजीतसिंह]] | ||
+ | -[[सूरजभान]] | ||
+ | -राजसिंह | ||
+ | -[[दुष्यंत सिंह]] | ||
+ | |||
+ | {अनामिका अंगुली का संबंध होता है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-114प्रश्न-234 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[कान]] | ||
+ | -[[नाक]] | ||
+ | +[[हृदय|दिल]] | ||
+ | -इनमें से कोई नहीं | ||
+ | |||
+ | {भील जनजाति में मुख्यत: परिवार प्रथा का एक रूप है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-110प्रश्न-169 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +संयुक्त परिवार प्रथा | ||
+ | -एकल परिवार प्रथा | ||
+ | -बहुवंशज संयुक्त प्रथा | ||
+ | -उपर्युक्त सभी | ||
+ | |||
+ | {किस लोक देवी की तांती बांधने से बीमार व्यक्ति स्वस्थ हो जाता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-104प्रश्न-64 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -लटीयाल माता | ||
+ | -कालका माता | ||
+ | +बड़ली माता | ||
+ | -केलादेवी | ||
+ | |||
+ | {पोकरण के पास रामदेवरा में कौन-सा मेला भरता है? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-116प्रश्न-277 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -गोगा जी | ||
+ | -कपिल मुनि | ||
+ | -तेजाजी | ||
+ | +रामदेव जी | ||
+ | |||
+ | {बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-118 प्रश्न-316 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -दुर्गापूजा | ||
+ | +[[दशहरा]] | ||
+ | -[[दीपावली]] | ||
+ | -[[गणेश चतुर्थी]] | ||
+ | |||
+ | {[[श्रावण]] में कुंवारी [[कन्या|कन्याओं]] के लिए कौन-सा त्योहार आता है जव वे दिन भर खड़ी रहकर [[व्रत]] करती है तथा रात्रि को [[चंद्रमा]] के दर्शन के बाद भोजन करती हैं? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-120 प्रश्न-344 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[करवाचौथ]] | ||
+ | -एकादश | ||
+ | -बच्छबारस | ||
+ | +ऊब छट | ||
+ | |||
+ | {[[राजस्थान]] का सबसे अधिक बुर्जों वाला किला है- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं D-172 प्रश्न-64 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -[[चित्तौड़गढ़]] | ||
+ | -रतनगढ़ | ||
+ | -[[बाड़मेर|बाड़मेर]] | ||
+ | +[[जैसलमेर]] | ||
+ | |||
+ | {हम्मीर पुत्र था- (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-107 प्रश्न-37 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +जयसिम्हा | ||
+ | -अलाउद्दीन | ||
+ | -उदय सिंह | ||
+ | -लाखा | ||
+ | |||
+ | {गहलोत वंश का संस्थापक कौन था? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-167 प्रश्न-184 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | +गुहिल (566 ई.) | ||
+ | -लाखर (748 ई.) | ||
+ | -विक्रमादि (546 ई.) | ||
+ | -वासुदेव (551 ई.) | ||
+ | |||
+ | |||
+ | {[[उदयपुर]] की राजकुमारी कृष्णा कुमारी ने किसके साथ [[विवाह]] किया? (धरोहर राजस्थान समान्य ज्ञान,पृ.सं E-172 प्रश्न-265 | ||
+ | |type="()"} | ||
+ | -मानसिंह | ||
+ | -जगतसिंह | ||
+ | -रत्नसिंह | ||
+ | +किसी से भी नहीं | ||
+ | |||
+ | |||
12:19, 8 दिसम्बर 2016 का अवतरण
|