"बाहु क़िला जम्मू" के अवतरणों में अंतर
भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
फ़ौज़िया ख़ान (चर्चा | योगदान) छो (Adding category Category:जम्मू और कश्मीर (को हटा दिया गया हैं।)) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replace - "नजारा" to "नज़ारा") |
||
पंक्ति 6: | पंक्ति 6: | ||
*बाहु क़िले का निर्माण राजा बहुलोचन ने 3,000 [[वर्ष]] पहले करवाया था। | *बाहु क़िले का निर्माण राजा बहुलोचन ने 3,000 [[वर्ष]] पहले करवाया था। | ||
*बाहु के भीतर एक मंदिर बना हुआ है जो देवी [[काली]] को समर्पित है। | *बाहु के भीतर एक मंदिर बना हुआ है जो देवी [[काली]] को समर्पित है। | ||
− | *बाहु क़िले से जम्मू शहर का बड़ा ही आकर्षक | + | *बाहु क़िले से जम्मू शहर का बड़ा ही आकर्षक नज़ारा होता है। |
*बाहु क़िले के नीचे बाग-ए-बाहु नामक वाटिका है जहाँ पर पर्यटक घुमने आते हैं। | *बाहु क़िले के नीचे बाग-ए-बाहु नामक वाटिका है जहाँ पर पर्यटक घुमने आते हैं। | ||
*[[मंगलवार]] और [[रविवार]] के [[दिन]] मंदिर में भक्तों की अधिक भीड़ रहती हैं। | *[[मंगलवार]] और [[रविवार]] के [[दिन]] मंदिर में भक्तों की अधिक भीड़ रहती हैं। |
14:36, 31 जुलाई 2014 का अवतरण
बाहु क़िला जम्मू और कश्मीर राज्य के जम्मू शहर में स्थित है।
- बाहु क़िला जम्मू से पाँच किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। तावी नदी के बाएं किनारे पर स्थित यह काफ़ी पुराना क़िला है।
- तवी नदी के तट पर स्थित सन् 1820 में बना यह क़िला जम्मू की शान है।
- यह मंदिर बावे वाली माता के नाम से अधिक प्रसिद्ध है।
- बाहु क़िले का निर्माण राजा बहुलोचन ने 3,000 वर्ष पहले करवाया था।
- बाहु के भीतर एक मंदिर बना हुआ है जो देवी काली को समर्पित है।
- बाहु क़िले से जम्मू शहर का बड़ा ही आकर्षक नज़ारा होता है।
- बाहु क़िले के नीचे बाग-ए-बाहु नामक वाटिका है जहाँ पर पर्यटक घुमने आते हैं।
- मंगलवार और रविवार के दिन मंदिर में भक्तों की अधिक भीड़ रहती हैं।
- बाहु क़िले के पास ख़ूबसूरत झरना, फूल और बड़े-बड़े वृक्ष मौजूद है।
|
|
|
|
|