माया कैलेंडर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
DrMKVaish (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:27, 20 अक्टूबर 2011 का अवतरण
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
Icon-edit.gif इस लेख का पुनरीक्षण एवं सम्पादन होना आवश्यक है। आप इसमें सहायता कर सकते हैं। "सुझाव"

माया (या मायान) कैलेंडर माया (या मयन) सभ्यता की देन है। करीब 250 से लेकर 900 ईसा पूर्व (AD) तक मध्य अमेरिका में माया संस्कृति नामक एक प्राचीन सभ्यता विकसित हुई थी। माया सभ्यता कोलंबियाई मीसो अमेरिकी सभ्यता से पहले की मानी जाती है। जहां पर आज मैक्सिको का यूकाटन नामक स्थान है वहां किसी जमाने में माया सभ्यता के लोग रहा करते थे। माया सभ्यता के लोग ज्ञान विज्ञान गणित आदि के क्षेत्र में काफी अग्रणी थे। स्पेनी आक्रांताओं के आने के बाद उनकी सभ्यता और संस्कृति का धीरे धीरे क्षरण होने लगा । ग्वाटेमाला, मैक्सिको, होंडुरास तथा यूकाटन प्रायद्वीप में इस सभ्यता के अवशेष खोजकर्ताओं को मिले हैं।

प्राचीन माया सभ्यता के काल में गणित और खगोल के क्षेत्र उल्लेखनीय विकास हुआ। माया संस्कृति के लोग प्रखर खगोलशाष्त्री और ज्योतिष थे। अपने ज्ञान के आधार पर माया लोगों ने एक कैलेंडर बनाया था। कहा जाता है कि उनके द्वारा बनाया गया कैलेंडर इतना सटीक निकला है कि आज के सुपर कम्प्यूटर भी उसकी गणनाओं में 0.06 तक का ही फर्क निकाल सके और माया कैलेंडर के अनेक आकलन, जिनकी गणना हजारों सालों पहले की गई थी, सही साबित हुए हैं।

माया कैलेंडर का एक साल 290 दिन का होता है। माया कैलेंडर में तारीख तीन प्रकार से निर्धारित होते हैं। तारीख का निर्धारण लंबी गिनती, जॉलकिन यानि ईश्वरीय कैलेंडर और हाब यानि लोक कैलेंडर के जरिए होता है। इन्हीं के आधार पर माया सभ्यता के लोग भविष्यवाणियां करते हैं।

माया सभ्यता की गणना और पचांग को ही माया कैलेंडर कहा जाता है। माया कैलेंडर में 20 - 20 दिनों के 18 महीने होते थे और 365 दिन पूरा करने के लिए 5 दिन अतिरिक्त जोड़ दिए जाते थे। इन 5 दिनों को अशुभ माना जाता था।

माया कैलेंडर के महीने:- Pop (पॉप), Uo (उओ), Zip (जिप), Zotz (जॉ्ट्ज), Tzec (टीजेक), Xul (जुल), Yaxkin (याक्सकिन), Mol (मोल), Chen (चेन), Yax (याक्स), Zac (जैक), Ceh (सेह), Mac (मैक), Kankin (कान किन), Muan (मुआन), Pax (पैक्स), Kayab (कयाब), Cumbu (कुम्बू)

उनके द्वारा विकसित लोंग काउंट कैलेंडर 3114 BC से शुरू होता है। इस कैलेंडर के हिसाब से 394 वर्षों के समय को एक बकतुन के तौर पर जाना जाता है। माया संस्कृति के लोग 13 के आँकड़ॆ को बहुत महत्व देते थे और 13वाँ बकतून 21 दिसम्बर 2012 के आसपास समाप्त होता है। कई लोग मानते हैं कि उस दिन आकाश में कोई ऊल्का गिरेगी जो व्यापक पैमाने पर तबाही मचाएगी? लेकिन अधिकतर खगोलशाष्त्री इसे मात्र कपोल कल्पना मानते हैं।

माया सभ्यता के लोगों की मान्यता थी कि जब उनके कैलेंडर की तारीखें खत्म होती हैं, तो धरती पर प्रलय आता है और नए युग की शुरुआत होती है और अवशेष में प्राप्त माया कैलेंडर की अन्तिम तारीख 21 दिसंबर 2012 है। इसीलिये माना जा रहा है कि 21 दिसंबर 2012 को पृथ्वी का विनाश हो जायेगा।



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ


बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख