लामायुरु गोम्पा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 12:19, 14 अक्टूबर 2020 का अवतरण (''''लामायुरु गोम्पा''' लद्दाख़ के लेह जिले में स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

लामायुरु गोम्पा लद्दाख़ के लेह जिले में स्थित एक तिब्बती बौद्ध मठ (गोम्पा) है। यह श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर फोटु ला से 15 कि.मी. पूरब में 3510 मीटर की उँचाई पर स्थित है।

  • लद्दाख़ के ऊबड़-खाबड़ इलाके में अनगिनत मठ देखने को मिल जाएंगे, क्योंकि यहां अधिकतर लोग बौद्ध धर्म को मानते हैं। ये मठ पर्यटकों को न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण अपनी और आकर्षित करते हैं बल्कि इनकी शानदार वास्तुकला भी पर्यटकों को अपनी ओर खींच लाती है। पुरानी कलाकृतियां, भित्तिचित्र और इतिहास से जुड़ी दूसरी चीजें अनायास ही पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर खींच लेती हैं।
  • लामायुरु मठ, दरीकुंग कागयू स्कूल ऑफ बुद्धिज्म से जुड़ा है। ये लद्दाख़ के सबसे पुराने और सबसे बड़े मठ में से एक है।
  • इस मठ का इतिहास 11वीं सदी से शुरू होता है, जब बौद्ध भिक्षु अरहत मध्यनतीका ने लामायुरु में मठ की नींव रखी थी।
  • कहा जाता है कि इस जगह पहले एक झील हुआ करती थी। इसके बाद पास की गुफा से महिद्ध नरोपा यहां साधना करने आए और झील सूख गई। इसके बाद यहां लामायुरु मठ की स्थापना हुई।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख