वहिंदा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 07:25, 25 अक्टूबर 2014 का अवतरण (''''वहिंदा''' अथवा 'हकरा' एक नदी थी, जिसका अब अस्तित्व नही...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

वहिंदा अथवा 'हकरा' एक नदी थी, जिसका अब अस्तित्व नहीं है। मुसलमान इतिहास लेखकों ने इसका उल्लेख किया है।

  • मुस्लिम इतिहासकारों के बयान से सूचित होता है कि मुसलमानों के भारत पर आक्रमण के समय बीकानेर, बहावलपुर और सिंध के वर्तमान मरुस्थलीय भागों में उस समय 'हकरा' या 'वहिंदा' नाम की एक विशाल नदी प्रवाहित होती थी, जो कालांतर में शुष्क होकर समाप्त हो गई। तब इस नदी के कारण यह मरुस्थलीय प्रदेश इतना सूखा तथा बंजर नहीं था, जितना कि अब है।[1]
  • इस नदि का प्राचीन नाम अज्ञात है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 838 |

संबंधित लेख