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  • वैशम्पायन व्यास जी के सर्वश्रेष्ठ शिष्यों में से एक तथा एक प्रसिद्ध ऋषि जो कृष्ण यजुर्वेद के प्रर्वतक कहे जाते हैं।
  • वैशम्पायन ने व्यास जी से महाभारत का अध्ययन कर राजा जनमेजय को सुनाया था। कहते हैं कि हरिवंश पुराण का प्रचार भी इन्हीं ने किया था। [1]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. तैत्तिरीयसंहिता तथा यागवल्क्य स्मृति

बाहरी कड़ियाँ

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