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12:35, 17 अप्रैल 2012 का अवतरण

श्री पर्वत शक्तिपीठ 51 शक्तिपीठों में से एक है। हिन्दू धर्म के पुराणों के अनुसार जहां-जहां सती के अंग के टुकड़े, धारण किए वस्त्र या आभूषण गिरे, वहां-वहां शक्तिपीठ अस्तित्व में आये। ये अत्यंत पावन तीर्थस्थान कहलाये। ये तीर्थ पूरे भारतीय उपमहाद्वीप पर फैले हुए हैं। देवीपुराण में 51 शक्तिपीठों का वर्णन है।

  • श्री पर्वत शक्तिपीठ की स्थिति को लेकर मतांतर है।
  • कुछ विद्वान इसे लद्दाख (कश्मीर) में मानते हैं, तो कुछ असम के सिलहट से 4 कि.मी. दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्यकोण) में जौनपुर में मानते हैं।
  • यहाँ सती के "दक्षिण तल्प" (कनपटी) का निपात हुआ था।
  • यहाँ की सति 'श्री सुंदरी' और शिव 'सुंदरानंद' हैं।


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