"सदस्य:प्रीति चौधरी/अभ्यास पन्ना" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 12: पंक्ति 12:
 
-[[चीन]]
 
-[[चीन]]
 
-[[मिस्र]]
 
-[[मिस्र]]
||[[चित्र:Cotton-Harvesting.jpg|right|100px|कपास की कटाई]][[कृषि]] [[भारत]] की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रयासों से कृषि को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में गरिमापूर्ण दर्जा मिला है। सर्वप्रथम [[कपास]] का संकर बीज भारत में ही तैयार किया गया था। विभिन्न कृषि क्षेत्रों में आधुनिकतम एवं उपयुक्त प्रौद्योगिकी का विकास करने में भी भारतीय वैज्ञानिकों ने सफलताएँ अर्जित की हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भारत]]
+
||[[चित्र:Cotton-Harvesting.jpg|right|90px|कपास की कटाई]][[कृषि]] [[भारत]] की अर्थव्यवस्था की रीढ़ मानी जाती है। विभिन्न पंचवर्षीय योजनाओं द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों एवं प्रयासों से कृषि को राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था में गरिमापूर्ण दर्जा मिला है। सर्वप्रथम [[कपास]] का संकर बीज भारत में ही तैयार किया गया था। विभिन्न कृषि क्षेत्रों में आधुनिकतम एवं उपयुक्त प्रौद्योगिकी का विकास करने में भी भारतीय वैज्ञानिकों ने सफलताएँ अर्जित की हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[भारत]]
  
 
{'भारतीय लाह शोध संस्थान' कहाँ स्थित है?
 
{'भारतीय लाह शोध संस्थान' कहाँ स्थित है?
पंक्ति 20: पंक्ति 20:
 
+[[रांची]]
 
+[[रांची]]
 
-[[देहरादून]]
 
-[[देहरादून]]
||[[चित्र:View-Of-Ranchi.jpg|thumb|right|100px|रांची का एक दृश्य]][[झारखंड]] राज्य में साक्षरता दर 1991 के 41.39 प्रतिशत की तुलना में 54.13 प्रतिशत हो गई है। झारखंड की शिक्षा संस्थाओं में कुछ अत्यंत प्रमुख शिक्षा संस्थान शामिल हैं। जनजातिय प्रदेश होने के बावज़ूद यहाँ कई नामी सरकारी एवं निजी कॉलेज हैं, जो [[कला]], [[विज्ञान]], अभियांत्रिकी, क़ानून और मैनेजमेंट में उच्चस्तर की शिक्षा देने के लिये विख्यात हैं। इन संस्थाओं में 'राष्ट्रीय खनन शोध संस्थान', धनबाद; 'भारतीय लाह शोध संस्थान' [[राँची]]; 'राष्ट्रीय मनोचिकत्सा संस्थान' राँची' और 'जेवियर प्रबंधन संस्थान' आदि प्रमुख हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रांची]]
+
||[[चित्र:View-Of-Ranchi.jpg|right|120px|रांची का एक दृश्य]][[झारखंड]] राज्य में साक्षरता दर 1991 के 41.39 प्रतिशत की तुलना में 54.13 प्रतिशत हो गई है। झारखंड की शिक्षा संस्थाओं में कुछ अत्यंत प्रमुख शिक्षा संस्थान शामिल हैं। जनजातिय प्रदेश होने के बावज़ूद यहाँ कई नामी सरकारी एवं निजी कॉलेज हैं, जो [[कला]], [[विज्ञान]], अभियांत्रिकी, क़ानून और मैनेजमेंट में उच्चस्तर की शिक्षा देने के लिये विख्यात हैं। इन संस्थाओं में 'राष्ट्रीय खनन शोध संस्थान', धनबाद; 'भारतीय लाह शोध संस्थान' [[राँची]]; 'राष्ट्रीय मनोचिकत्सा संस्थान' राँची' और 'जेवियर प्रबंधन संस्थान' आदि प्रमुख हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[रांची]]
  
 
{पुरानी जलोढ़ [[मिट्टी]] किस नाम से जानी जाती है?
 
{पुरानी जलोढ़ [[मिट्टी]] किस नाम से जानी जाती है?
पंक्ति 35: पंक्ति 35:
 
-[[तमिलनाडु]]
 
-[[तमिलनाडु]]
 
-[[आंध्र प्रदेश]]
 
-[[आंध्र प्रदेश]]
||[[चित्र:Kerala.jpg|thumb|right|100px|केरल का एक दृश्य]]केरल राज्य में [[कृषि]] की विशेषता है कि, यहाँ व्‍यापारिक फ़सलें अधिक उगाई जाती हैं। राज्‍य के लगभग 50 प्रतिशत नागरिक कृषि पर ही निर्भर हैं। [[नारियल]], रबड, [[काली मिर्च]], [[अदरक]], [[चाय]], [[इलायची]], काजू तथा कॉफ़ी आदि का उत्पादन [[केरल]] में प्रमुख रूप से होता है। दूसरी फ़सलों में सुपारी, [[केला]], [[अदरक]] तथा [[हल्दी]] आदि हैं। केरल राज्‍य में जायफल, दालचीनी, [[लौंग]] आदि मसालों के वृक्ष भी उगाए जाते हैं। [[चावल]] तथा टैपियोका केरल की मुख्‍य खाद्य फ़सलें हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[केरल]]
+
||[[चित्र:Kerala.jpg|right|120px|केरल का एक दृश्य]]केरल राज्य में [[कृषि]] की विशेषता है कि, यहाँ व्‍यापारिक फ़सलें अधिक उगाई जाती हैं। राज्‍य के लगभग 50 प्रतिशत नागरिक कृषि पर ही निर्भर हैं। [[नारियल]], रबड, [[काली मिर्च]], [[अदरक]], [[चाय]], [[इलायची]], काजू तथा कॉफ़ी आदि का उत्पादन [[केरल]] में प्रमुख रूप से होता है। दूसरी फ़सलों में सुपारी, [[केला]], [[अदरक]] तथा [[हल्दी]] आदि हैं। केरल राज्‍य में जायफल, दालचीनी, [[लौंग]] आदि मसालों के वृक्ष भी उगाए जाते हैं। [[चावल]] तथा टैपियोका केरल की मुख्‍य खाद्य फ़सलें हैं।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[केरल]]
  
 
{निम्नलिखित में से कौन-सी ख़रीफ़ की फ़सल नहीं है?
 
{निम्नलिखित में से कौन-सी ख़रीफ़ की फ़सल नहीं है?
पंक्ति 65: पंक्ति 65:
 
+डॉक्टर नॉरमन बोरलॉग
 
+डॉक्टर नॉरमन बोरलॉग
 
-एस.एन. विनोग्रेडस्काई
 
-एस.एन. विनोग्रेडस्काई
||[[चित्र:Sugarcane.jpg|right|120px|गन्ने की फ़सल]][[कृषि]] वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित व्यवसाय है। इसने सभ्यताओं के उदय और विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉक्टर नॉरमन बोरलॉग, जिन्हें [[भारत]] में 'हरितक्रांति' का जनक माना जाता है, उन्होंने देश को खाद्यान्न सम्पन्न बनाने के लिए कई योजनाएँ चलाई थीं। खेती में पशुपालन, जंतु पालन का भी विशेष योगदान है। पौधों को उगाने तथा खाद्यान्न जुटाने के लिए इस व्यवसाय का विकास हुआ। तकनीकों और जानकारियो की बहुत-सी श्रेणियाँ कृषि के अर्न्तगत आती है, इसमें वे तरीके शामिल हैं, जिनसे पौधे उगाने के लिए उपयुक्त भूमि का विस्तार किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कृषि]]
+
||[[चित्र:Sugarcane.jpg|right|120px|गन्ने की फ़सल]][[कृषि]] वानिकी के माध्यम से खाद्य और अन्य सामान के उत्पादन से सम्बंधित व्यवसाय है। इसने सभ्यताओं के उदय और विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डॉक्टर नॉरमन बोरलॉग, जिन्हें [[भारत]] में 'हरितक्रांति' का जनक माना जाता है, उन्होंने देश को खाद्यान्न सम्पन्न बनाने के लिए कई योजनाएँ चलाई थीं। पौधों को उगाने तथा खाद्यान्न जुटाने के लिए पशु पालन व्यवसाय का भी विकास हुआ। तकनीकों और जानकारियो की बहुत-सी श्रेणियाँ कृषि के अर्न्तगत आती है, इसमें वे तरीके शामिल हैं, जिनसे पौधे उगाने के लिए उपयुक्त भूमि का विस्तार किया जाता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[कृषि]]
 
   
 
   
 
{'बोरलॉग पुरस्कार' किस क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए वैज्ञानिकों को प्रदान किए जाते हैं?
 
{'बोरलॉग पुरस्कार' किस क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए वैज्ञानिकों को प्रदान किए जाते हैं?
पंक्ति 88: पंक्ति 88:
 
-[[उत्तर प्रदेश]]
 
-[[उत्तर प्रदेश]]
 
-[[बिहार]]
 
-[[बिहार]]
||[[चित्र:Golden-Temple-Amritsar.jpg|right|100px|सतलुज नदी]][[पंजाब]] एक [[कृषि]] प्रधान राज्य है। पंजाब की भूमि बहुत ही उपजाऊ है। यहाँ [[गेंहूँ]] और [[चावल]] की फ़सल मुख्य रूप से होती है। पंजाब राज्य देश के भौगोलिक क्षेत्र के सिर्फ़ 1.5 प्रतिशत भाग में, देश के गेहूँ के उत्पादन का 22 प्रतिशत, चावल का 12 प्रतिशत और [[कपास]] की 12 प्रतिशत पैदावार का उत्पादन करता है। पिछले दो-तीन दशकों में पंजाब ने गेहूँ का 40 से 50 प्रतिशत अधिक उत्पादन करके 'देश की खाद्य टोकरी' और [[भारत]] का 'अनाज भंडार' होने का ख़िताब ले लिया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पंजाब]]
+
||[[चित्र:Golden-Temple-Amritsar.jpg|right|120px|सतलुज नदी]][[पंजाब]] एक [[कृषि]] प्रधान राज्य है। पंजाब की भूमि बहुत ही उपजाऊ है। यहाँ [[गेंहूँ]] और [[चावल]] की फ़सल मुख्य रूप से होती है। पंजाब राज्य देश के भौगोलिक क्षेत्र के सिर्फ़ 1.5 प्रतिशत भाग में, देश के गेहूँ के उत्पादन का 22 प्रतिशत, चावल का 12 प्रतिशत और [[कपास]] की 12 प्रतिशत पैदावार का उत्पादन करता है। पिछले दो-तीन दशकों में पंजाब ने गेहूँ का 40 से 50 प्रतिशत अधिक उत्पादन करके 'देश की खाद्य टोकरी' और [[भारत]] का 'अनाज भंडार' होने का ख़िताब ले लिया है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[पंजाब]]
  
 
{कॉफ़ी में कौन-सा एल्केलॉएड पाया जाता है?
 
{कॉफ़ी में कौन-सा एल्केलॉएड पाया जाता है?
पंक्ति 103: पंक्ति 103:
 
-एलइसिन
 
-एलइसिन
 
-एंथोसाइनिन
 
-एंथोसाइनिन
||[[चित्र:TurmericRound.jpg|right|120px|गोल प्रकार की कच्ची हल्दी]][[हल्दी]] की गाँठ छोटी और लालिमा लिए हुए [[पीले रंग]] की होती है। यह खेतों में बोई जाती है, लेकिन कई स्‍थानों में यह स्वयमेव उत्पन्न हो जाती है। ज़मीन के नीचे कन्‍द के रूप में इसकी जड़ें होती है। ये कन्‍द रूपी जड़ें हरी अथवा ताजी अथवा कच्‍ची हल्‍दी होती है। कच्‍ची हल्‍दी की सब्‍जी बनाकर खाया भी जाता हैं। कच्‍ची हल्‍दी को उबालकर सुखा लेते हैं। ऐसी हल्‍दी सूखने के बाद [[रंग]] परिवर्तन होकर पीला रंग ग्रहण कर लेती है। इसका यह पीला रंग 'कुरकुमिन' नामक एक [[तत्त्व]] के कारण होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हल्दी]]
+
||[[चित्र:TurmericRound.jpg|right|120px|गोल प्रकार की कच्ची हल्दी]][[हल्दी]] की गाँठ छोटी और लालिमा लिए हुए [[पीला रंग|पीले रंग]] की होती है। यह खेतों में बोई जाती है, लेकिन कई स्‍थानों में यह स्वयमेव उत्पन्न हो जाती है। ज़मीन के नीचे कन्‍द के रूप में इसकी जड़ें होती है। ये कन्‍द रूपी जड़ें हरी अथवा ताजी अथवा कच्‍ची हल्‍दी होती है। कच्‍ची हल्‍दी की सब्‍जी बनाकर खाया भी जाता हैं। कच्‍ची हल्‍दी को उबालकर सुखा लेते हैं। ऐसी हल्‍दी सूखने के बाद [[रंग]] परिवर्तन होकर पीला रंग ग्रहण कर लेती है। इसका यह पीला रंग 'कुरकुमिन' नामक एक [[तत्त्व]] के कारण होता है।{{point}}अधिक जानकारी के लिए देखें:-[[हल्दी]]
  
 
{[[ज्वार]] के पौधे में कौन-सा विषैला [[तत्व]] पाया जाता है?
 
{[[ज्वार]] के पौधे में कौन-सा विषैला [[तत्व]] पाया जाता है?

09:43, 23 जनवरी 2012 का अवतरण

कृषि विज्ञान

1 सर्वप्रथम कपास का संकर बीज किस देश ने तैयार किया था?

भारत
संयुक्त राज्य अमरीका
चीन
मिस्र

2 'भारतीय लाह शोध संस्थान' कहाँ स्थित है?

लखनऊ
कानपुर
रांची
देहरादून

3 पुरानी जलोढ़ मिट्टी किस नाम से जानी जाती है?

खादर
बांगर
भावर
रेह

4 भारत का सबसे बड़ा रबर उत्पादक राज्य कौन-सा है?

कर्नाटक
केरल
तमिलनाडु
आंध्र प्रदेश

5 निम्नलिखित में से कौन-सी ख़रीफ़ की फ़सल नहीं है?

जौ
मसूर
सरसों
बाजरा

7 पकने पर टमाटर का रंग किसकी उपस्थिति के कारण लाल हो जाता है?

बीतानिन
लाइकोपिन
कैरोटिन
जैंथोफिल

8 कृषि में 'हरित-क्रांति' के जन्मदाता कौन हैं?

बी.एल. चोपड़ा
एम.एस. स्वामीनाथन
डॉक्टर नॉरमन बोरलॉग
एस.एन. विनोग्रेडस्काई

9 'बोरलॉग पुरस्कार' किस क्षेत्र में महत्त्वपूर्ण योगदान के लिए वैज्ञानिकों को प्रदान किए जाते हैं?

भौतिकी
चिकित्सा
रसायन विज्ञान
कृषि

10 यूरिया में नाइट्रोजन किस रूप में उपस्थित होता है?

नाइट्रेट
नाइट्राइट
एमाइड
अमोनियम

11 किस राज्य को भारत का 'अन्न भंडार' कहा जाता है?

पंजाब
हरियाणा
उत्तर प्रदेश
बिहार

12 कॉफ़ी में कौन-सा एल्केलॉएड पाया जाता है?

निकोटिन
थीम
कैफ़ीन
इनमें से कोई नहीं

13 हल्दी में पीला रंग किसकी उपस्थिति के कारण होता है?

कुरकुमिन
कैरोटनि
एलइसिन
एंथोसाइनिन

14 ज्वार के पौधे में कौन-सा विषैला तत्व पाया जाता है?

घुरिन
सोलेनिन
निकोटिन
कैफ़ीन

15 गुलाबी कीट किस फ़सल से सम्बंधित है?

धान
गन्ना
कपास
मूँगफली