"साँचा:विशेष आलेख" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{| style="background:transparent; width:100%"
 
{| style="background:transparent; width:100%"
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">एक आलेख</font>
+
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">आज का लेख</font>
 
|-
 
|-
 
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
 
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
<div style="padding:3px">[[चित्र:Rgb-mix.jpg|right|100px|link=रंग|border]]</div>
+
<div style="padding:3px">[[चित्र:The-Atomic-bomb-mushroom-cloud-over-Hiroshima.jpg|right|80px|link=हिरोशिमा दिवस|border]]</div>
 
<poem>
 
<poem>
         '''[[रंग]]''' [शुद्ध: '''रङ्‌ग'''] अथवा '''वर्ण''' का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है। रंग हज़ारों वर्षों से हमारे जीवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। प्राचीनकाल से ही रंग कला में [[भारत]] का विशेष योगदान रहा है। [[मुग़ल काल]] में भारत में रंग कला को अत्यधिक महत्त्व मिला। रंगों से हमें विभिन्न स्थितियों का पता चलता है। हम अपने चारों तरफ़ अनेक प्रकार के रंगों से प्रभावित होते हैं। रंग, मानवी [[आँख|आँखों]] के [[वर्णक्रम]] से मिलने पर छाया सम्बंधी गतिविधियों से उत्पन्न होते हैं। मूल रूप से [[इंद्रधनुष]] के सात रंगों को ही रंगों का जनक माना जाता है, ये सात रंग [[लाल रंग|लाल]], [[नारंगी रंग|नारंगी]], [[पीला रंग|पीला]], [[हरा रंग|हरा]], [[आसमानी रंग|आसमानी]], [[नीला रंग|नीला]] तथा [[बैंगनी रंग|बैंगनी]] हैं। रंग से विभिन्न प्रकार की श्रेणियाँ एवं भौतिक विनिर्देश वस्तु, [[प्रकाश]] स्रोत इत्यादि के भौतिक गुणधर्म जैसे प्रकाश विलयन, समावेशन, परावर्तन जुड़े होते हैं [[रंग|... और पढ़ें]]</poem>
+
         '''[[हिरोशिमा दिवस]]''' 6 अगस्त को कहा जाता है। [[अमेरिका]] ने [[6 अगस्त]], [[1945]] के दिन [[जापान]] के हिरोशिमा नगर पर ‘लिटिल बॉय’ नामक यूरेनियम बम गिराया था। इस बम के प्रभाव से 13 वर्ग कि.मी. में तबाही मच गयी थी। हिरोशिमा की 3.5 लाख की आबादी में से एक लाख चालीस हज़ार लोग एक झटके में ही मारे गए। ये सब सैनिक नहीं थे। इनमें से अधिकांश साधारण नागरिक, बच्चे, बूढ़े तथा स्त्रियाँ थीं। इसके बाद भी अनेक वर्षों तक अनगिनत लोग विकिरण के प्रभाव से मरते रहे। इस अमानवीय विनाश के तीन दिन बाद ही [[9 अगस्त]] को ‘फ़ैट मैन’ नामक प्लूटोनियम बम नागासाकी पर गिराया गया, जिसमें अनुमानित 74 हज़ार लोग विस्फोट व गर्मी के कारण मारे गए। इनमें भी अधिकांश निरीह नागरिक थे। [[हिरोशिमा दिवस|... और पढ़ें]]</poem>
 
 
 
<center>
 
<center>
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
|-
 
|-
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
 +
| [[रंग]]
 
| [[सिंधु घाटी सभ्यता]]  
 
| [[सिंधु घाटी सभ्यता]]  
 
| [[दीपावली]]  
 
| [[दीपावली]]  
 
| [[रामलीला]]  
 
| [[रामलीला]]  
| [[श्राद्ध]]
 
 
|}
 
|}
 
</center>
 
</center>
 
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>
 
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>

07:38, 6 अगस्त 2016 का अवतरण

आज का लेख
The-Atomic-bomb-mushroom-cloud-over-Hiroshima.jpg

        हिरोशिमा दिवस 6 अगस्त को कहा जाता है। अमेरिका ने 6 अगस्त, 1945 के दिन जापान के हिरोशिमा नगर पर ‘लिटिल बॉय’ नामक यूरेनियम बम गिराया था। इस बम के प्रभाव से 13 वर्ग कि.मी. में तबाही मच गयी थी। हिरोशिमा की 3.5 लाख की आबादी में से एक लाख चालीस हज़ार लोग एक झटके में ही मारे गए। ये सब सैनिक नहीं थे। इनमें से अधिकांश साधारण नागरिक, बच्चे, बूढ़े तथा स्त्रियाँ थीं। इसके बाद भी अनेक वर्षों तक अनगिनत लोग विकिरण के प्रभाव से मरते रहे। इस अमानवीय विनाश के तीन दिन बाद ही 9 अगस्त को ‘फ़ैट मैन’ नामक प्लूटोनियम बम नागासाकी पर गिराया गया, जिसमें अनुमानित 74 हज़ार लोग विस्फोट व गर्मी के कारण मारे गए। इनमें भी अधिकांश निरीह नागरिक थे। ... और पढ़ें

पिछले आलेख रंग सिंधु घाटी सभ्यता दीपावली रामलीला