"साँचा:विशेष आलेख" के अवतरणों में अंतर

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
 
(2 सदस्यों द्वारा किये गये बीच के 32 अवतरण नहीं दर्शाए गए)
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
<noinclude>{| width="51%" align="left" cellpadding="5" cellspacing="5"
+
<h4>[[चयनित लेख|एक आलेख]]</h4>
|-</noinclude>
+
<div class="hamariaapki-new headbg34">
| style="background:transparent;"|
+
[[चित्र:Sansad-Bhavan.jpg|right|150px|link=संसद भवन|border]]
{| style="background:transparent; width:100%"
 
|+style="text-align:left; padding-left:10px; font-size:18px"| <font color="#003366">एक आलेख</font>
 
|-
 
{{मुखपृष्ठ-{{CURRENTHOUR}}}}
 
<div style="padding:3px">[[चित्र:Indian-Culture.jpg|right|border|100px|link=भारतीय संस्कृति]]</div>
 
 
<poem>
 
<poem>
          '''[[भारतीय संस्कृति]]''' भारत के विस्तृत [[भारत का इतिहास|इतिहास]], [[साहित्य]], [[भारत का भूगोल|विलक्षण भूगोल]], विभिन्न [[धर्म|धर्मों]] तथा उनकी परम्पराओं का सम्मिश्रण है। भारतीय संस्कृति को 'देव संस्कृति' कहकर भी सम्मानित किया गया है। भारत के निवासी और उनकी जीवन शैलियाँ, उनके नृत्‍य और [[संगीत]] शैलियाँ, [[कला]] और हस्‍तकला जैसे अन्‍य अनेक विधाएँ भारतीय संस्‍कृति और विरासत के विभिन्‍न वर्णों को प्रस्तुत करती हैं, जो देश की राष्ट्रीयता का सच्‍चा चित्र प्रस्‍तुत करते हैं। भारतीय संस्कृति विश्व की प्रधान संस्कृति है, यह कोई गर्वोक्ति नहीं, बल्कि वास्तविकता है। हज़ारों वर्षों से [[भारत]] की सांस्कृतिक प्रथाओं, [[भाषा|भाषाओं]], रीति-रिवाज़ों आदि में विविधता बनी रही है जो कि आज भी विद्यमान है और यही अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति की महान विशेषता है। [[भारतीय संस्कृति|... और पढ़ें]]</poem>
+
        '''[[संसद भवन]]''' [[नई दिल्ली]] में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं [[लोक सभा]] और [[राज्य सभा]] इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - '''सर एडविन लुटय़न्स''' और '''सर हर्बर्ट बेकर''' ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला [[12 फ़रवरी]], [[1921]] को महामहिम '''द डय़ूक ऑफ कनाट''' ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह [[वर्ष]] लगे और इसका उद्घाटन समारोह [[भारत]] के तत्कालीन गवर्नर जनरल [[लॉर्ड इर्विन]] ने [[18 जनवरी]], [[1927]] को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। [[संसद भवन|... और पढ़ें]]
----
+
</poem>
 
<center>
 
<center>
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
{| style="margin:0; background:transparent" cellspacing="3"
 
|-
 
|-
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
 
| [[चयनित लेख|पिछले आलेख]] →
| [[स्वस्तिक]] ·
+
|[[राष्ट्रपति]]
| [[चाय]] ·
+
| [[रसखान की भाषा]]
| [[बुद्ध]] ·
+
| [[मौर्य काल]]
| [[नवरात्र]] ·
+
|}
| [[श्राद्ध]]
+
</center>
|}</center>
+
</div>
|}<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>
+
<noinclude>[[Category:विशेष आलेख के साँचे]]</noinclude>

14:05, 6 अप्रैल 2020 के समय का अवतरण

एक आलेख

Sansad-Bhavan.jpg

        संसद भवन नई दिल्ली में स्थित सर्वाधिक भव्य भवनों में से एक है, जहाँ विश्व में किसी भी देश में मौजूद वास्तुकला के उत्कृष्ट नमूनों की उज्ज्वल छवि मिलती है। राजधानी में आने वाले भ्रमणार्थी इस भवन को देखने ज़रूर आते हैं जैसा कि संसद के दोनों सभाएं लोक सभा और राज्य सभा इसी भवन के अहाते में स्थित हैं। संसद भवन संपदा के अंतर्गत संसद भवन, स्वागत कार्यालय भवन, संसदीय ज्ञानपीठ (संसद ग्रंथालय भवन) संसदीय सौध और इसके आस-पास के विस्तृत लॉन, जहां फ़व्वारे वाले तालाब हैं, शामिल हैं। संसद भवन की अभिकल्पना दो मशहूर वास्तुकारों - सर एडविन लुटय़न्स और सर हर्बर्ट बेकर ने तैयार की थी जो नई दिल्ली की आयोजना और निर्माण के लिए उत्तरदायी थे। संसद भवन की आधारशिला 12 फ़रवरी, 1921 को महामहिम द डय़ूक ऑफ कनाट ने रखी थी । इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे और इसका उद्घाटन समारोह भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी, 1927 को आयोजित किया। इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये की लागत आई। ... और पढ़ें

पिछले आलेख राष्ट्रपति रसखान की भाषा मौर्य काल