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[[1972]] में उनका निधन हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=905|url=}}</ref>
 
[[1972]] में उनका निधन हो गया।<ref>{{पुस्तक संदर्भ |पुस्तक का नाम=भारतीय चरित कोश|लेखक=लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय'|अनुवादक=|आलोचक=|प्रकाशक=शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली|संकलन= |संपादन=|पृष्ठ संख्या=905|url=}}</ref>
  

07:53, 8 फ़रवरी 2019 के समय का अवतरण

उत्तर प्रदेश के प्रमुख नरम दल कार्यकर्ता डॉक्टर सर सीता राम का जन्म 12 जनवरी 1850 को मेरठ में हुआ था

शिक्षा

उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अंग्रेजी और संस्कृत की उच्च शिक्षा प्राप्त की।

राजनीति

1905 से 1919 तक वे कांग्रेस में थे। उस समय कांग्रेस पर नरमपंथियों का आधिपत्य था । किंतु गांधी जी का नेतृत्व आरंभ होने पर 1920 में सर सीताराम ने भी कांग्रेस छोड़ दी।1921 में वे प्रदेश के काउंसिल के सदस्य चुने गए और 1925 से लगभग 25 वर्षों तक लगातार उसके सभापति रहे। स्वतंत्रता के बाद 1949 में उन्हें भारत का हाई कमिश्नर बनाकर पाकिस्तान भेजा गया था । वे उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के अध्यक्ष रहे। विचारों से नरम दल की होते भी वे भारत भक्त और शिक्षा के प्रसार के लिये सदा प्रयत्नशील थे।

उपाधि

सरकार ने उन्हें राय साहब, राय बहादुर और 1931 में सर की उपाधि दी थी।

निधन

1972 में उनका निधन हो गया।[1]



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टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. भारतीय चरित कोश |लेखक: लीलाधर शर्मा 'पर्वतीय' |प्रकाशक: शिक्षा भारती, मदरसा रोड, कश्मीरी गेट, दिल्ली |पृष्ठ संख्या: 905 |

बाहरी कड़ियाँ

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