आँखें फाड़कर देखना
अर्थ- आश्चर्य मिश्रित विकलता से देखना।
प्रयोग- इस पहाड़ी से जब तुम ऊपर उड़ोगे तब तुम्हारा उड़ना देखकर सिद्धों की भोली-भोली स्त्रियाँ आँखें फाड़ फाड़कर तुम्हारी ओर देखती हुई सोचेंगी कि कहीं पहाड़ की चोटी को पवन तो नही उड़ाए लिए चला जा रहा है। - (सीताराम चतुवर्वेदी)
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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