ऋतु बसंत की मादक बेला -फ़िरदौस ख़ान

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
ऋतु बसंत की मादक बेला -फ़िरदौस ख़ान
फ़िरदौस ख़ान
पूरा नाम फ़िरदौस ख़ान
अभिभावक स्वर्गीय सत्तार अहमद ख़ान और श्रीमती ख़ुशनूदी ख़ान
कर्म-क्षेत्र पत्रकार, शायरा और कहानीकार
मुख्य रचनाएँ वंदे मातरम् का पंजाबी अनुवाद, तुमसे तन-मन मिले प्राण प्रिय (गीत), ख़ामोश रात की तन्हाई में (नज़्म)
भाषा हिंदी, अंग्रेज़ी, उर्दू, पंजाबी
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी 'फ़िरदौस ख़ान स्टार न्यूज़ एजेंसी में संपादक हैं। 'स्टार न्यूज़ एजेंसी' और 'स्टार वेब मीडिया' नाम से उनके दो न्यूज़ पॉर्टल भी हैं।
बाहरी कड़ियाँ मेरी डायरी, फ़िरदौस डायरी (हिंदी)
अद्यतन‎
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची

ऋतु बसंत की मादक बेला
तुझ बिन सूनी ओ हरजाई
मन का दर्पण बिखरा-बिखरा
जैसे अम्बर की तन्हाई...
 
कंगन, पायल, झूमर, झांझर
सांझ सुहानी, नदी किनारा
आकुल, आतुर, विरह-व्यथित मन
पंथ प्रिय का देख के हारा
कल की यादें बांह में ले के
मुझको सता रही अमराई...
 
क्षण, रैना, दिन सब ही बीते
बीत गईं कितनी सदियां
नयन मिलन की आस लिए हैं
ले भूली-बिसरी सुधियां
अंग-अंग जल उठे विरह में
ऐसी मंद चली पुरवाई...



पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

बाहरी कड़ियाँ

संबंधित लेख

स्वतंत्र लेखन वृक्ष