किस मुँह से
अर्थ- अपने को दीन-हीन, परम कृतज्ञ या परम लज्जित समझते हुए, अपनी हीनता का विचार करके।
प्रयोग- हम किस मुँह से उनसे अब कुछ माँग सकते हैं।
अर्थ- अपने को दीन-हीन, परम कृतज्ञ या परम लज्जित समझते हुए, अपनी हीनता का विचार करके।
प्रयोग- हम किस मुँह से उनसे अब कुछ माँग सकते हैं।