अर्थ |
पत्थर या लोहे आदि का वह पात्र जिसमें कोई वस्तु रखकर पत्थर, लकड़ी या लोहे के डन्डे से कूटी या महीन की जाती है। | | व्याकरण | | | चित्र | | | विशेष |
खरल का उपयोग प्राय: जड़ी-बूटियों का महीन चूर्ण बनाने या वस्तुओं को घोटने में किया जाता है। इस प्रक्रिया को 'खरल करना' कहते हैं। | | संस्कृत |
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