खाक छानना

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

खाक छानना एक प्रचलित लोकोक्ति अथवा हिन्दी मुहावरा है।

अर्थ- व्यर्थ मारे मारे फिरना।

प्रयोग- हमने सोचा कि पुस्तकालयों की ख़ाक छानने की बजाए क्यो न सर्वज्ञ जी योग्यता का लाभ उठाया जाए। (कन्हैयालाल कपूर)


टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख

कहावत लोकोक्ति मुहावरे वर्णमाला क्रमानुसार खोजें

                              अं                                                                                              क्ष    त्र    श्र