ज़बान सँभालकर बोलना
अर्थ- औचित्य का ध्यान रखते हुए कोई बात कहना।
प्रयोग- अबड़-तबड़ मत बकिए, ज़रा ज़बान सँभालकर बोलिए।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
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