बिगाड़ न सकना
अर्थ- अहित न कर पाना।
प्रयोग- बड़ी से बड़ी बुराई, बुरा से बुरा आदमी भी किसी का कुछ बिगाड़ नहीं सकता, अगर वह ख़ुद न चाहे। (गिरिधर गोपाल)
अर्थ- अहित न कर पाना।
प्रयोग- बड़ी से बड़ी बुराई, बुरा से बुरा आदमी भी किसी का कुछ बिगाड़ नहीं सकता, अगर वह ख़ुद न चाहे। (गिरिधर गोपाल)