भारी पड़ना
अर्थ- अपेक्षाकृत प्रबल होना।
प्रयोग- शत्रु तुम से कितना भी तगड़ा क्यों न हो, पर यदि तुम उससे पहले दो चार जोर की उसके लगा दोगे तो सौ में से पचहत्तर बिसवे वह भाग खड़ा होगा। वह न भागे और भारी पड़े तो शोर मचा दो।(अश्क)
अर्थ- अपेक्षाकृत प्रबल होना।
प्रयोग- शत्रु तुम से कितना भी तगड़ा क्यों न हो, पर यदि तुम उससे पहले दो चार जोर की उसके लगा दोगे तो सौ में से पचहत्तर बिसवे वह भाग खड़ा होगा। वह न भागे और भारी पड़े तो शोर मचा दो।(अश्क)