राजकीय संग्रहालय, कोहिमा

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें
कोहिमा राजकीय संग्रहालय

कोहिमा राजकीय संग्रहालय आगंतुकों को नागालैंड में रहने वाले आदिवासी समुदायों के रहन-सहन को करीब से जानने का मौका देता है। नागालैंड में रहने वाले 16 आदिवासी समूहों की समृद्ध संस्कृति एवं परंपराओं की जानकारी देने के उद्देश्य से बना यह कोहिमा संग्रहालय पर्यटकों को समृद्ध जनजातीय अनुभव प्रदान करता है। संग्रहालय ऊपरी बायावु हिल्स क्षेत्र में स्थित है तथा यहां पर कबीलों के इलाकों के मुख्य द्वारों, स्थानीय पशु-पक्षी, प्रतिमाएं, आभूषण एवं स्तंभ प्रदर्शित किये गए हैं।

  • नागालैंड की समृद्ध विरासत एवं संस्कृति की झलक दिखाने वाले कोहिमा राजकीय संग्रहालय को देखने पर्यटकों को अवश्य जाना चाहिए, जो उन्हें प्रदेश में रहने वाले आदिवासियों के इतिहास एवं संस्कृति का गहराई से वर्णन करेगा।
  • वर्ष 1970 में स्थापित इस संग्रहालय में नागालैंड में रहने वाले 16 आदिवासी समुदायों से संबंधित दुर्लभ कलाकृतियां रखी गई हैं।
  • यहां पर आदिवासी पहनावों एवं हथियारों से लेकर आभूषणों तथा मूर्तियां तक रखी गई हैं, आगंतुक यहां प्रदर्शित वस्तुएं देखकर अभिभूत हो जाते हैं।
  • कला में रुचि रखने वालों को यहां की कला दीर्घा देखने अवश्य जाना चाहिए, जिसमें स्थानीय चित्रकारों द्वारा बनाई चित्रकला रखी है।
  • बायावु हिल्स क्षेत्र में स्थित यह संग्रहालय कोहिमा शहर से आधा किलोमीटर दूर है।
  • इस संग्रहालय में नागा आदिवासियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले संगीत वाद्यों को भी प्रदर्शित किया गया है।
  • इसके सबसे अच्छे आकर्षणों में से एक नागा निवासियों की पारंपरिक झोपड़ियों के मॉडल हैं, जो 'नागा मोरंग' कहलाती हैं।
  • कोहिमा राजकीय संग्रहालय में पीतल की कलाकृतियों एवं चांदी की घंटियों के साथ-साथ इंद्रगोप तथा टूरमैलीन जैसे बहुमूल्य नगों का दुर्लभ संग्रह भी देखने को मिलता है।


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

संबंधित लेख