राधेश्याम दीक्षित

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राधेश्याम दीक्षित
राधेश्याम दीक्षित
पूरा नाम राधेश्याम दीक्षित
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र उद्योगपति
पुरस्कार-उपाधि इम्पैक्ट अवार्ड, 2020
प्रसिद्धि दुग्ध व्यवसायी
नागरिकता भारतीय
अन्य जानकारी राधेश्याम दीक्षित ने 1989 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कंपनी के पहला दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की। आनंदा डेयरी की उत्तर प्रदेश में चार फैक्ट्रियां हैं।
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राधेश्याम दीक्षित (अंग्रेज़ी: Radheshyam Dixit) भारत के जानेमाने उद्योगपति हैं। वे 'आनंदा डेयरी एवं आनंदा समूह' के संस्थापक और निदेशक हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने 1989 में की थी। उन्होंने 1989 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कंपनी के पहला दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की थी। अक्टूबर 2020 में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा राधेश्याम दीक्षित को इम्पैक्ट अवार्ड, 2020 से सम्मानित किया गया था।

परिचय

राधेश्याम दीक्षित उत्तर प्रदेश के आगरा के एक छोटे से गांव गढ़ी जहानसिंह के मूल निवासी हैं। इनके पिता एक किसान थे। राधेश्याम दीक्षित ने अपने पिता के साथ एक छोटी-सी दुकान से दूध का कारोबार शुरू किया था। 'दैनिक भास्कर' को दिये गये अपने एक साक्षात्कार में उन्होंने बताया था कि वह विद्यालय जाने के पहले और विद्यालय से वापस आने के बाद पिता के साथ उनके दूध के व्यवसाय में सहयोग करते थे। इसके अतिरिक्त खेती की भी देखभाल करनी होती थी। राधेश्याम दीक्षित ने कक्षा 09 से ही कारोबार शुरू कर दिया था। बाद में स्नातक की पढ़ाई उन्होंने दिल्ली से की।

कॅरियर

राधेश्याम दीक्षित ने आनंदा डेरी की स्थापना की, जिसके वह वर्तमान में चेयरमैन एवं निदेशक हैं। उन्होंने 1989 में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में कंपनी के पहला दूध प्रसंस्करण इकाई की स्थापना की। आनंदा डेयरी की उत्तर प्रदेश में चार फैक्ट्रियां हैं। प्रति दिन 18 लाख लीटर दूध का उत्पादन करती हैं और 5,000 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं। नंदा ब्रांड के नाम से सियाना में इनका एक कैटल फीड प्लांट भी है। आनंद डेयरी दूध, क्रीम, मक्खन, घी और दही सहित 75 से अधिक डेयरी उत्पाद उपलब्ध कराती है। इनकी कंपनी के दूध के उत्पाद, घी, पनीर, रबड़ी और बटर की विदेशों में भी मांग है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली एनसीआर और उत्तराखंड के सभी इलाकों में आनंदा के उत्पाद उपलब्ध हैं।

पुरस्कार व सम्मान

अक्टूबर 2020 में दैनिक जागरण आई नेक्स्ट द्वारा राधेश्याम दीक्षित को इम्पैक्ट अवार्ड, 2020 से सम्मानित किया गया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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