वेद मारवाह

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वेद मारवाह
वेद मारवाह
पूरा नाम वेद प्रकाश मारवाह
जन्म 15 सितंबर, 1934
जन्म भूमि अविभाजित भारत
मृत्यु 5 जून, 2020
मृत्यु स्थान गोवा
कर्म भूमि भारत
कर्म-क्षेत्र प्रशासनिक अधिकारी
मुख्य रचनाएँ 'अनसिविल वार्स : पैथोलॉजी ऑफ टेरोरिज्म इन इंडिया'
शिक्षा पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा
विद्यालय मेनचेस्टर यूनिवर्सिटी (यूनाइटेड किंगडम)
नागरिकता भारतीय
पद भूतपूर्व राज्यपाल, मिज़ोरम - 1 दिसंबर, 2000 - 17 मई, 2001

भूतपूर्व राज्यपाल, मणिपुर - 2 दिसंबर, 1999 - 12 जून, 2003
भूतपूर्व राज्यपाल, झारखण्ड - 12 जून, 2003 से 9 दिसंबर, 2004 तक

वेद प्रकाश मारवाह (अंग्रेज़ी: Ved Prakash Marwah, जन्म- 15 सितंबर, 1934, अविभाजित भारत; मृत्यु- 5 जून, 2020, गोवा) दिल्ली पुलिस के पूर्व कमिश्नर थे। उन्होंने झारखंड, मणिपुर और मिजोरम के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएँ दी थीं।

परिचय

वेद मारवाह का जन्म 15 सितंबर, 1934 को अविभाजित भारत के पेशावर (अब पाकिस्तान) में हुआ था। उनके पिता फकीरचंद मारवाह विभाजन के बाद पूरे परिवार के साथ भारत आ गए थे। उन्होंने यूनाइटेड किंगडम के मेनचेस्टर यूनिवर्सिटी से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में डिप्लोमा किया था।

पुलिस सेवा

36 साल तक पुलिस सर्विस में विभिन्न पदों पर वेद मारवाह तैनात रहे। पुलिस सेवा में रहने के दौरान वह 1985 से 1988 तक दिल्ली के पुलिस कमिश्नर रहे। इसके अलावा डायरेक्टर जनरल ऑफ नेशनल सिक्योरिटी गार्ड और जम्मू-कश्मीरबिहार के राज्यपाल के सलाहकार के पद पर भी तैनात रहे। पुलिस सेवाकाल के दौरान उन्हें तेज तर्रार अफसर के तौर पर जाना जाता था।

राज्यपाल

12 जून 2003 से 9 दिसंबर 2004 तक वेद मारवाह झारखंड के राज्यपाल रहे। झारखंड का राज्यपाल बनने से पहले वह 1999 से 2000 तक मणिपुर और 2000 से 2001 तक मिजोरम के भी राज्यपाल रहे थे। राज्यपाल बनने से पहले वे 1985 से 1988 तक दिल्ली पुलिस के कमिश्नर रहे। पद छोड़ने के बाद 1988 से 1990 तक वे नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक भी रहे।

लेखन कार्य

वेद मारवाह ने भारत में आतंकवाद पर 'अनसिविल वार्स : पैथोलॉजी ऑफ टेरोरिज्म इन इंडिया' नामक पुस्तक भी लिखी। वह एशियन एकेडमी ऑफ फिल्म एंड टेलीविजन की गवर्निंग काउंसिल में रह चुके थे।

मृत्यु

वेद मारवाह का निधन 5 जून, 2020 को गोवा में हुआ। उन्होंने मापुसा के असिलो अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनकी बहन के पौत्र अभिनव बांम्ही के अनुसार- "सर्दियों में वेद मारवाह गोवा में अपनी पत्नी के साथ थे। वहां उनका अपना घर भी है। इसी बीच लॉकडाउन हो जाने से वह दिल्ली नहीं लौट सके। वह पिछले कई वर्षों से फेफड़े की बीमारी से ग्रस्त थे। इसी परेशानी के कारण पिछले 10 दिनों से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।


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टीका टिप्पणी और संदर्भ

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