"आ घिर आई दई मारी घटा कारी। -अमीर ख़ुसरो" के अवतरणों में अंतर

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आ घिर आई दई मारी घटा कारी। बन बोलन लागे मोर दैया री
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आ घिर आई दई मारी घटा कारी।  
बन बोलन लगे मोर। रिम-झिम रिम-झिम बरसन लागी छाय री चहुँ ओर।
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बन बोलन लागे मोर दैया री,बन बोलन लगे मोर।  
आज बन बोलन लगे मोर। कोयल बोल डार-डार पर पपीहा मचाए शोर।
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रिम-झिम रिम-झिम बरसन लागी छाय री चहुँ ओर।
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आज बन बोलन लगे मोर।  
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कोयल बोल डार-डार पर पपीहा मचाए शोर।
 
ऐसे समय साजन परदेस गए बिरहन छोर।  
 
ऐसे समय साजन परदेस गए बिरहन छोर।  
 
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12:52, 4 सितम्बर 2011 के समय का अवतरण

आ घिर आई दई मारी घटा कारी। -अमीर ख़ुसरो
अमीर ख़ुसरो
कवि अमीर ख़ुसरो
जन्म 1253 ई.
जन्म स्थान एटा, उत्तर प्रदेश
मृत्यु 1325 ई.
मुख्य रचनाएँ मसनवी किरानुससादैन, मल्लोल अनवर, शिरीन ख़ुसरो, मजनू लैला, आईने-ए-सिकन्दरी, हश्त विहिश
इन्हें भी देखें कवि सूची, साहित्यकार सूची
अमीर ख़ुसरो की रचनाएँ

आ घिर आई दई मारी घटा कारी।
बन बोलन लागे मोर दैया री,बन बोलन लगे मोर।
रिम-झिम रिम-झिम बरसन लागी छाय री चहुँ ओर।
आज बन बोलन लगे मोर।
कोयल बोल डार-डार पर पपीहा मचाए शोर।
ऐसे समय साजन परदेस गए बिरहन छोर।
















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